मुंबई. पंजाब एंड महाराष्ट्र कोऑपरेटिव बैंक के सैकड़ों खाताधारक मंगवलार को भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के ऑफिस के सामने एकत्रित हुए और विरोध-प्रदर्शन किया. PMC बैंक के खाताधारकों ने आरबीआई से उनके जमा पैसे सुरक्षित होने का आश्वासन मांगा. इसके साथ हि उन्होंने यह भी मांग की कि PMC बैंक को फिर से रिवाइव किया जाए ताकि वे अपना पैसा निकाल सकें.

बता दें कि आरबीई ने 4,355 करोड़ रुपये का घोटाला सामने आने के बाद पीएमसी बैंक पर 6 महीने का प्रतिबंध लगा दिया है. आरबीआई ने शुरू में जमाकर्ताओं को 1,000 रुपये निकालने की अनुमति दी थी, बाद में इसे बढ़ाकर 25,000 रुपये कर दिया गया और अब बढ़ाकर 40,000 रुपये कर दिया गया है.

मंगलवार को PMC बैंक के 200 से ज्यादा ग्राहक बांद्रा स्थित RBI के दफ्तर पहुंचे और उन्होंने अपने अकाउंट को चालू करने की मांग की. बाद में, जमाकर्ताओं के पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने आरबीआई अधिकारियों से मुलाकात की और अपनी शिकायतों और मांगों को सामने रखा.

जमाकर्ताओं में एक सतीश थापर ने कहा, ''बैंक को रिवाइव किया जा सकता है क्योंकि जांच एजेंसी ने दिए गए लोन की तुलना में अभियुक्तों की ज्यादा संपत्ति जब्त की है. बैंक एक डूबता जहाज बन गया है, लेकिन हम चाहते हैं कि इसे तुरंत फिर से शुरू किया जाए.'' उन्होंने कहा, ''PMC बैंक के जमाकर्ताओं के करंट और बचत खाते तत्काल प्रभाव से चालू किया जाए ताकि वे अपना घर चला सकें. हम चाहते हैं कि RBI आगे आए और वो एक बयान जारी करे कि हमारा पैसा सुरक्षित है.''

थापर ने कहा, ''जब पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह इस मामले पर बोल सकते हैं तो मौजूदा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी क्यों नहीं. करीब 16,000 खाताधारक इससे पीड़ित हैं लेकिन सरकार इस मामले पर चुप्पी साधे हुए है.'' उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति हमें आतंकवादी बनने के अलावा और कोई विकल्प नहीं छोड़ा है.