मुंबई: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के मतों की गिनती जारी है। इसी बीच शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने दबाव की रणनीति अपनाते हुए कहा कि पार्टी 50-50 फॉर्मूले पर नहीं झुकेगी। ठाकरे ने संवाददाता सम्मेलन कर यह बात कही। इसका मतलब है कि राज्य में दबाव बनाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। उन्होंने कहा कि 50-50 फॉर्मूला तय हुआ था। मुख्यमंत्री पद के लिए बातचीत होनी चाहिए और तब निर्णय होना चाहिए कि महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री कौन बनेगा।

दिलचस्प है कि संवाददाता सम्मेलन के दौरान एनसीपी को लेकर ठाकरे का रुख नरम रहा। उद्धव ठाकरे से जब संवाददाताओं ने सवाल किया कि क्या महाराष्ट्र में आदित्य ठाकरे मुख्यमंत्री बनेंगे तो उन्होंने कहा कि आपको मुंह में घी-शक्कर। राज्य के 288 सीटों में से भाजपा को 101 सीटें मिलती दिख रही हैं। वहीं, शिवसेना की बढ़त 58 सीटों पर है।

हालांकि, महाराष्ट्र के निवर्तमान मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शिवसेना प्रमुख के बयान को बहुत अधिक तवज्जो नहीं देते हुए कहा कि मतों की गिनती का काम शाम तक पूरा हो पाएगा। उसके बाद बैठक होगी, जिसमें सरकार गठन की रूपरेखा तय होगी। चुनावी नतीजों से बेहद उत्साहित नजर आ रहे फडणवीस ने बेहद आश्वस्त होकर मजाकिया अंदाज में संवाददाताओं से कहा कि दिवाली में उन्हें बहुत अधिक काम नहीं करना पड़ेगा। फडणवीस ने संवाददाता सम्मेलन के दौरान राज्य के लोगों को धन्यवाद देते हुए कहा कि पिछले चुनाव में पार्टी का स्ट्राइक रेट 47 का था, जो बढ़कर 70 हो चुका है। उन्होंने साथ ही कहा कि गठबंधन के मत प्रतिशत में भी बढ़ोत्तरी हुई है। हालांकि, उन्होंने सतारा और परली के चुनाव परिणामों पर हैरानी जताई।

इससे पहले ठाकरे ने कहा था कि राज्य का मुख्यमंत्री कौन बनेगा, इस पर अभी फैसला नहीं लिया गया है। उन्होंने जनादेश को आंख खोलने वाला बताया। ठाकरे ने कहा कि जनादेश का सम्मान किया जाना चाहिए।शिवसेना प्रमुख ने कहा कि भाजपा के साथ पावर शेयरिंग को लेकर बात होगी। इसका मतलब है कि ढाई साल भाजपा का और ढाई साल शिवसेना का नेता राज्य का नेतृत्व संभालेगा। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से 50:50 फॉर्मूले पर बात हुई थी। उन्होंने कहा कि इस समझौते को लागू करने का समय आ गया है।