लखनऊ: लखनऊ कैण्ट विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव में प्रचार के आज अन्तिम दिन भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के कैण्ट विधानसभा क्षेत्र के प्रत्याशी श्री दिलप्रीत सिंह ‘डी.पी.’ जी के पक्ष में पूर्वान्ह विजयनगर लखनऊ से मोटर साइकिल जुलूस कांग्रेस प्रत्याशी श्री दिलप्रीत सिंह ‘डी.पी.’ के नेतृत्व में निकाला गया, जो यातायात पार्क होते हुए विजयनगर, कृष्णानगर, आलमबाग बस अड्डा, मवईया, केकेसी, हुसैनगंज, उदयगंज, सदर, आनन्दनगर, सुजानपुरा, इको गार्डेन, पकरी पुल, आजाद नगर होते हुए गीतापल्ली में केन्द्रीय चुनाव कार्यालय पर समाप्त हुआ।

इस मौके पर प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं वरिष्ठ नेता विश्वविजय सिंह, वीरेन्द्र मदान, बृजेन्द्र कुमार सिंह, शिव पाण्डेय, अनुसुइया शर्मा, सुशीला शर्मा, संजय वीर लोधी, डा0 जियाराम वर्मा, ज्ञान प्रकाश राय, के0डी0 अवस्थी, विनीत सिंह, हरिओम अवस्थी, इकबाल सिंह, शंकरलाल गौतम, पुष्पेन्द्र श्रीवास्तव, रनवीर सिंह कलसी, नृपेन्द्र प्रताप सिंह, जीवनलाल श्रीवास्तव, सिकन्दर अली, मो0 शोएब खान, सचिन रावत, संजय सिंह आदि हजारों की संख्या में कांग्रसेजन एवं स्थानीय लोगों ने मोटर साइकिल जुलूस एवं जनसम्पर्क में भाग लिया।

इस मौके पर कल्कि पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कैण्ट प्रत्याशी दिलप्रीत सिंह ‘डी.पी.’ के पक्ष में आज जनता से भावुक अपील करते हुए कहा कि कैण्ट की जनता कांग्रेस की विचारधारा के साथ युवा उम्मीदवार को विजयी बनाये। सपा, बसपा को वोट देकर खराब न करें। इसके साथ ही उन्होने कहा कि देश में एक विचारधारा गांधी जी की है और एक विचारधारा गांधी जी को मारने वाली है तो गांधी जी के इस देश में सत्य अहिंसा को जिन्दा रखते हुए कांग्रेस के उम्मीदवार को विजयी बनायें। इस मौके पर कल्कि पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कांग्रेस प्रत्याशी दिलप्रीत सिंह ‘डी.पी.’ को चुनाव में विजयी होने का आर्शीवाद दिया।

आज चुनाव के अंतिम दिन मोटर साइकिल जुलूस का नेतृत्व करते हुए कहा कि प्रदेश में जनता सरकार के हर फैसले के विरोध में 21 अक्टूबर को होने वाले उपचुनाव में जनता परिवर्तन करने जा रही है। उन्होने कहा कि कैंट की जनता ने मन बना लिया है जिसका फैसला 24 अक्टूबर को दिख जाएगा। जनता का हाथ कांग्रेस के साथ है जुमलेबाजों की जमानत जब्त होने वाली है क्येांकि झूठ का बुलबुला लंबे समय तक नहीं चलता है दिनदहाड़े लखनऊ में लोग सुरक्षित नहीं है जिस तरह से कमलेश तिवारी की हत्या हुई है सरकार की आंख के नीचे, उससे जनता खुद को असहज एवं असुरक्षित महसूस कर रही है।