काबुल: अफगानिस्तान में शुक्रवार को मस्जिद में नमाज के दौरान हुए दो धमाके में कम से 62 नमाजियों की मौत हो गई जबकि 60 से ज्यादा घायल हुए हैं। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

यह धमाका संयुक्त राष्ट्र के उस बयान के एक दिन बाद हुआ जिसमें कहा गया था कि देश में हिंसा अस्वीकार्य स्तर पर पहुंच गई है। प्रांतीय राज्यपाल के प्रवक्ता अत्ताउल्लाह खाग्यानी ने बताया कि पूर्वी नंगहरहार प्रांत के हस्का मीना जिले में धमाके की वजह से मस्जिद की छत ध्वस्त हो गई और इस घटना में कम से कम 55 लोग घायल हुए हैं।

उन्होंने बताया कि प्रांतीय राजधानी जलालाबाद से करीब 50 किलोमीटर दूर हुए धमाके में मारे गए सभी लोग नमाजी हैं। वहीं हस्का मीना अस्पताल के अधिकारी डॉ. ज़ारघून ने मृतकों की संख्या 62 और घायलों की संख्या 60 बताई है। तत्काल किसी संगठन ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है, लेकिन तालिबान और इस्लामिक स्टेट दोनों ही नंगरहार प्रांत में सक्रिय है।

स्थानीय निवासी उमर घोरज़ांग ने बताया कि धमाके के समय मस्जिद में 350 लोग थे। एक अन्य निवासी 65 वर्षीय अमानत खान ने बताया, ‘‘कई लोग मारे गए हैं एवं अन्य घायल हुए हैं। उन्हें कई एम्बुलेंस की मदद से ले जाया गया है।’’

गौरतलब है कि संयुक्त राष्ट्र ने गुरुवार को रिपोर्ट जारी कर कहा था कि इस साल अफगानिस्तान में जुलाई और सितंबर के बीच नागरिकों की मौतों का आंकड़ा अप्रत्याशित है। जुलाई से सितंबर के बीच अफगानिस्तान में विभिन्न आतंकवादी गतिविधियों में 1,174 लोगों की मौत हुई और 3,139 लोग घायल हुए।