लखनऊ: उत्तर प्रदेशकांग्रेस कमेटी के नवनियुक्त अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू शुक्रवार को नयी जिम्मेदारी संभालने राजधानी पहुंचे, जहां कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने उनका जोरदार स्वागत किया।

लल्लू यूपी रोडवेज की बस से राजधानी पहुंचे। पॉलीटेक्निक चौराहे से उत्तर प्रदेशकांग्रेस कमेटी मुख्यालय तक चार किलोमीटर तक वह जुलूस में गये। पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने हाथ में पोस्टर और बैनर ले रखे थे।

रास्ते में लल्लू ने रुककर बी आर आंबेडकर, राजीव गांधी और महात्मा गांधी की प्रतिमाओं पर पुष्पांजलि अर्पित की। कार्यभार संभालने के बाद उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि कांग्रेस उत्तर प्रदेश में वंचितों, पीड़ितों, किसानों, युवाओं और महिलाओं की आवाज बनेगी।

हमारे सामने कई चुनौतियां हैं लेकिन वरिष्ठों के आशीर्वाद और युवाओं के समर्थन के दम पर हमें 2022 में सत्ता में आने से कोई नहीं रोक सकता। लल्लू ने कार्यकर्ताओं से कहा कि वे पार्टी को आगे ले जाने के लिए कठिन परिश्रम करें और मिलकर काम करें। उन्होंने कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी का धन्यवाद किया। नए प्रदेशाध्यक्ष ने कहा , उन्होने कहा कि नौजवानों, किसानों, मजदूरों, शोषितों, वंचितों एवं महिलाओं के सम्मान की लड़ाई लड़ते हुए उन पर 32 मुकदमें दर्ज हुए और 18 बार उन्हें जेल जाना पड़ा और यातनाएं सहनी पड़ी और इस लड़ाई और कांग्रेस के लिए यदि 1800 बार जेल जाना पड़े तो भी वह पीछे नहीं हटेंगे। उन्होने कहा कि हमें नौजवानों की आवाज बननी है, बेटियों की आवाज बननी है, पत्रकार साथियों की आवाज बननी है, सड़क पर संघर्ष करना है। राजनीति में मुकदमें इनाम हुआ करते हैं, लाठियां सरकारी सौगात हुआ करती हैं और जेल एवं रेल, स्थायी घर हुआ करते हैं इस जज्बे को लेकर हम चलेंगे और मौजूदा लोकतंत्र की हत्यारी सरकार को उखाड़ फेंकेंगे और 2022 में कांग्रेस की सरकार बनायेंगे इसके लिए आज से ही सरकार के खिलाफ संघर्ष का बिगुल फूंक देना है।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कांग्रेस पार्टी की लोकतांत्रिक परिपाटी का बखान करते हुए कहा कि उन्होने यूथ कांग्रेस के बूथ अध्यक्ष से सक्रिय राजनीति की शुरूआत की थी और तमाम पारिवारिक एवं आर्थिक कठिनाइयों के बावजूद जनता के हितों के लिए अनवरत संघर्षों के बल पर तमकुहीराज की जनता ने उन्हें विधायक बनाया। उन्होने कहा कि अगर हिम्मत हो, जूझने की क्षमता हो, खुद पर विश्वास हो तो कोई भी मंजिल दूर नहीं है। इस संदर्भ में उन्होने अपने छात्र जीवन का उल्लेख करते हुए कहा कि महाविद्यालय द्वारा 50 रूपये लेकर भी कुर्सी पर बैठने की सुविधा न दिये जाने को लेकर उन्होने जो छात्र आन्दोलन की शुरूआत की और उसमें उन्हें यातनाएं सहनी पड़ी लेकिन सफलता मिली और उसी का परिणाम रहा कि वह उसी महाविद्यालय में छात्रसंघ के महामंत्री और अध्यक्ष निर्वाचित हुए। उन्होने कहा कि छात्र जीवन के संघर्षों ने व्यवस्था की खामियों से अवगत कराया और उसके खिलाफ लड़ाई ने व्यवस्था परिवर्तन के खिलाफ लड़ने की ताकत दी। उन्होने नवनियुक्त प्रदेश कमेटी के सभी सदस्यों को शुभकामनाएं दीं और कांग्रेसजनों से संघर्ष में साथ देने के लिए दोनों हाथ उठाकर संकल्प करवाया। उन्होने कहाकि आज बहुत सी चुनौतियां हमारे सामने हैं।

लल्लू ने कहा कि देश के लोकतंत्र को बचाने के लिए भाजपा और आरएसएस के खिलाफ अगर किसी नेता ने लड़ाई लड़ी है तो वे हमारे नेता राहुल गांधी हैं। लेकिन इस सरकार ने 4000 करोड़ रुपये खर्च कर तथा सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर उनके खिलाफ दुष्प्रचार छेड़ने का पूरा प्रयास किया। नये प्रदेश अध्यक्ष का स्वागत करने वालों में पूर्व सांसद प्रमोद तिवारी और पी एल पुनिया शामिल रहे।