नई दिल्ली: रिलायंस जियो के ग्राहक अब फ्री कॉलिंग नहीं कर सकेंगे। कंपनी ने तय किया है कि अब अब दूसरे नेटवर्क पर आउटगोइंग के लिए प्रति मिनट 6 पैसे वसुला जाएगा। बीते कई दिनों से इंटरकनेक्ट यूसेज चार्ज को लेकर जारी बहस के बीच कंपनी ने यह फैसला लिया है। अब जियो ग्राहकों को एडिशनल आईयूसी टॉपअप रिचार्ज करवाना होगा। नई व्यवस्था कल यानि कि 10 अक्टूबर 2019 से लागू होगी। कंपनी प्रेस रिलीज जारी कर यह जानकारी दी।

यह पहली बार है कि जियो यूजर्स को वॉयल कॉल के लिए चार्ज देना होगा। अब तक जियो यूजर्स सिर्फ इंटरनेट डाटा के लिए ही चार्ज देते रहे हैं।हालांकि कंपनी ने तय किया है कि इसकी भरपाई ग्राहकों को बराबर मूल्य का फ्री डेटा देकर की जाएगी।

बता दें इंटरकनेक्ट यूसेज चार्ज एक मोबाइल टेलिकॉम ऑपरेटर द्वारा दूसरे को भुगतान की जाने वाली रकम है। जब एक टेलीकॉम ऑपरेटर के ग्राहक दूसरे ऑपरेटर के ग्राहकों को आउटगोइंग मोबाइल कॉल करते हैं तब आईयूसी का भुगतान कॉल करने वाले ऑपरेटर को करना पड़ता है। दो अलग-अलग नेटवर्क के बीच ये कॉल मोबाइल ऑफ-नेट कॉल के रूप में जानी जाती हैं। भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (TRAI) द्वारा IUC शुल्क निर्धारित किए जाते हैं और वर्तमान में यह 6 पैसे प्रति मिनट हैं।

क्यों लिया जा रहा चार्ज: प्रेस रिलीज में कंपनी ने वॉयल कॉलिंग पर चार्ज लेने के फैसले पर भी सफाई दी है। जियो के मुताबिक पिछले 3 सालों में 13,500 करोड़ रुपए दूसरे ऑपरेटर्स को आईयूसी चार्ज के तौर दिए जा चुके हैं। इसका भार ग्राहकों पर न पड़े इस वजह से कंपनी खुद ही अपने स्तर पर इसे चुका रही थी। लेकिन जिस तरह इंटरकनेक्ट यूसेज चार्ज 31 दिसंबर के बाद भी जारी होने की बात कही जा रही है ऐसे में मजबूरन हमें यह फैसला लेना पड़ा है।