नई दिल्ली: भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार चार महीने के मानसून की वापसी सोमवार को मान ली जाएगी। लेकिन अभी मानसूनी बारिश कुछ और जारी रह सकती है। लेकिन अंतिम दौर के मानसून ने देश के कई राज्यों में लोगों को संकट में डाल दिया है। बारिश से जुड़ी घटनाओं में पिछले चार दिनों में लगभग 110 लोगों की मौत हो चुकी है। सबसे ज्यादा लोग उत्तर प्रदेश में मारे गए, जबकि बिहार में लगातार बारिश से राज्य की राजधानी पटना की सड़कों और अन्य क्षेत्रों में जलभराव हो गया और कम से कम दो मंत्रियों के घर पानी में घिर गए। हालात को देखते हुए राज्य सरकार ने रेड अलर्ट जारी किया है।

उत्तर प्रदेश में गुरुवार से अब तक 79 लोगों की जान जा चुकी है। प्रदेश सरकार ने कहा कि 25 लोगों की मौत शनिवार को हुई, वहीं 10 लोगों की शुक्रवार को जान चली गई थी। बिहार में रविवार को लगातार तीसरे दिन भी भारी बारिश जारी रही जिसके चलते हालात खराब हो गए हैं। अब तक 24 से ज्यादा लोग मारे गए हैं। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में और ज्यादा बारिश की आशंका जताई की है। हालात को देखते हुए राज्य सरकार ने 'रेड अलर्ट' जारी किया है। 48 घंटों में 13 के मौत हुई है।

सरकार की ओर से जारी बयान के मुताबिक, बारिश की वजह से घर गिरने, पेड़ गिरने और सांप के काटने के चलते लोगों की मौत हुई। कच्चे मकानों के गिरने के अलावा दीवार गिरने के कारण भी लोगों की मौत हुई है। बयान में कहा गया है कि वर्षाजनित इन हादसों में 5 लोग घायल भी हुए हैं।

वहीं उत्तराखंड में अधिकारियों ने बताया कि हिमालयी तीर्थस्थल हेमकुंड साहिब जा रहे पंजाब के 6 तीर्थयात्रियों की मौत हो गई, जब टिहरी जिले में एक बड़ी चट्टान उनके वाहन पर गिर गई। भारी बारिश के चलते हुए भूस्खलन की वजह से यह चट्टान गिरी।

पुणे में गुरुवार को आई बाढ़ में मरने वालों की संख्या बढ़कर 22 हो गई है। वहीं सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, अभी भी 5 लोग लापता हैं। गौरतलब है कि पुणे और आसपास के क्षेत्रों में बुधवार और गुरुवार के बीच 100 मिलीमीटर से ज्यादा बारिश दर्ज की गई जिससे कई निचले इलाकों में बाढ़ आ गई. इसके परिणामस्वरूप अधिकारियों ने तीन हजार से अधिक लोगों को सुरक्षित क्षेत्रों में पहुंचाया।

अधिकारियों ने बताया कि 16 लोगों की मौत पुणे शहर में हुई, जबकि 6 लोग जिले के ग्रामीण इलाकों में बाढ़ से संबंधित दुर्घटनाओं में मारे गए। उन्होंने बताया कि जिले में पांच लोग लापता हैं। जिला कलेक्टर नवल किशोर राम ने कहा कि तांगेवाला कॉलोनी में बाढ़ प्रभावितों को राहत कोष से चेक सौंपे गए।