BNP Paribas की खुदरा ब्रोकिंग शाखा, शेयरखान ने अपने 400 से अधिक कर्मचारियों को फर्म छोड़ने के लिए कह दिया है। इसके पीछे ब्रोकिंग मॉडल का ऑनलाइन की तरफ शिफ्ट होने और रिवेन्यू में कमी को बड़ी वजह बताई जा रही है। ‘द इकोनॉमिक्स टाइम्स’ के मुताबिक फर्म से जुड़े एक शख्स ने बताया, “करीब 400 कर्मचारियों को जाने के लिए कह दिया गया है और आगामी कुछ सप्ताह में अभी और लोगों को जाने के लिए कहा जाएगा।” ET के एक ईमेल के जवाब में शेयरखान के प्रवक्ता ने बताया कि 350 लोगों को नौकरी छोड़कर जाने के लिए कह दिया गया है।

ET के सवाल के जवाब में प्रवत्ता ने कहा, ” हमारा व्यवसाय हमारे ग्राहकों की अधिक जटिल जरूरतों को पूरा करने के लिए विकसित हो रहा है, जो कि वैल्यू-ऐडेड एडवाइजरी सर्विस के तहत काम पर रखे जा रहे हैं। हमारे ग्राहकों की अपेक्षाओं के अनुरूप, हम अधिक डिजिटल सेवाएं प्रदान करने के लिए भी आगे बढ़े हैं। डिजिटलाइजेशन और रिस्ट्रक्चरिंगकी वजह से अगले कुछ महीनों तक क्रमवार रूप से जारी रहेंगे। इस प्रक्रिया की वजह से 350 कर्मचारी प्रभावित हुए हैं।”

हालांकि, इस दौरान फर्म ने इस बात पर प्रतिक्रिया नहीं दी कि आगामी दिनों में और भी कर्मचारी निकाले जाएंगे या नहीं। इंडस्ट्री से जुड़े कर्मचारियों का कहना है कि शेयरखान के पास करीब 3000 कर्मचारी हैं। लेकिन, फ्रैंचाइज आधारि मॉडल से अब यह डिजिटल प्लेटफॉर्म की तरफ शिफ्ट कर रहा है और इसका असर दिखाई दे रहा है और छटनी हो रही है। फर्म के भीतर बैठे लोगों का कहना है कि पुरानी पद्धति से ब्रोकिंग मॉडल को मुनाफा कमाने में काफी जद्दोजहद करना पड़ रहा है। क्योंकि, ब्रोकिंग फर्म्स के बीच काफी प्रतिस्पर्धा बढ़ गई है।