नई दिल्ली: मंगलवार को शाम में घड़ी की सुई टिकटिक करती हुई साढ़े चार बजा रही थी और ठीक उसी वक्त पाकिस्तान की जमीन के अंदर हलचल हुई और उसका असर जमीन पर दिखाई दिया। लाहौर से करीब 137 किमी दूर और रावलपिंडी से 81 किमी दूर जाटलान में 6.1 तीव्रता के भूकंप ने दस्तक दी और पूरी धरती हिल गई। पाकिस्तान में आए जलजले के बाद पाक अधिकृत कश्मीर का ज्यादातर हिस्सा तबाह हुआ है। इसके साथ ही दिल्ली एनसीआर में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। लेकिन उसका असर भारत में भी दिखाई दिया।भूकंप के तेज झटकों से जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा हिल गया। लोग घरों से बाहर निकल गए।

जानकारों का कहना है कि जिस इलाके में जलजले ने दस्तक दी वो आमतौर पर भूगर्भीय हलचल से मुक्त रहा है। अभी यह नहीं पता चल सका है कि भूकंप, धरती की सतह से कितने किमी नीचे आया था। लेकिन जिस तरह से रिक्टर स्केल पर तीव्रता दर्ज की गई है उससे इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है जलजले ने पृथ्वी की सतह से कम दूरी पर दस्तक दिया होगा।

जम्मू के राजौरी में जलजले के बाद लोग दहशत में आ गए। किसी को एक पल के लिए समझ में नहीं आया कि क्या हुआ है। फिलहाल किसी तरह के जानमाल की जानकारी नहीं है। लेकिन भूकंप की तीव्रता से इस बात की आशंका है कि पाकिस्तान में बड़े पैमाने पर तबाही हो सकती है।