लखनऊ. समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शुक्रवार को प्रेस कांफ्रेंस कर बसपा के दो नेताओं को पार्टी की सदस्यता दिलाई. इस दौरान शिवपाल सिंह यादव द्वारा परिवार में एकता की गुंजाइश की बात पर पूछे गए सवाल पर अखिलेश यादव ने कहा कि हमारे परिवार में लोकतंत्र है. जो लोग हम पर आरोप लगाते हैं, उनके लिए मैं कहना चाहता हूं कि हमारे घर में लोकतंत्र है, जो भी जहां जाना चाहता है, वह जा सकता है. किसी को कोई रोक नहीं है. साथ ही अखिलेश ने ये भी कहा कि अगर कोई उनकी पार्टी में आना चाहता है तो दरवाजा खुला है.

शिवपाल यादव के बयान पर अखिलेश यादव ने कहा कि हमारे परिवार में परिवारवाद नहीं है, लोकतंत्र है. जो अपनी विचारधारा से चलना चाहे, वो वैसे चले. साथ ही अखिलेश ने ये भी कहा कि जो आना चाहे, हम उसे अपनी पार्टी में शामिल कर लेंगे, आंख बंद करके. अखिलेश यादव के इस बयान को संकेत माना जा रहा है कि शिवपाल यादव अगर सपा में आते हैं तो उनके लिए भी पार्टी के दरवाजे खुले हैं.

बता दें प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव का मानना है कि परिवार में अभी भी एकता की गुंजाइश है. शुक्रवार को मैनपुरी में शिवपाल सिंह यादव से पूछा गया कि परिवार में एकता की अभी कोई गुंजाइश बची है. इस पर उन्होंने कहा कि मेरी तरफ से पूरी गुंजाइश है, लेकिन कुछ षड्यंत्रकारी (साजिशकर्ता) लोग परिवार को एक होने नहीं देना चाह रहे हैं.

शिवपाल यादव ने आज़म खान की तरफ इशारा करते हुए कहा कि एक व्यक्ति पर मुकदमे पर मुकदमे हो रहे हैं और जिस लड़की का वीडियो वायरल हुआ उस मामले में चिन्मयानंद पर कार्रवाई में इतनी देरी क्यों? उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में बेटियां सुरक्षित नहीं है. कानून व्यवस्था ध्वस्त है.

इससे पहले, अखिलेश यादव की मौजूदगी में सपा कार्यालय में शुक्रवार को बसपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष दयाराम पाल अपने समर्थकों के साथ समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए, वहीं बसपा के कोऑर्डिनेटर रह चुके मिठाई लाल ने भी सपा ज्वाइन की.