नई दिल्ली: झारखंड में मॉब लिचिंग की घटनाओं में लगातार ईजाफा होता जा रहा है. इसी कड़ी साहिबगंज जिला के मंडरो में मिर्जाचौकी थाना क्षेत्र के बिचकानी पहाड पर भीड़ ने एक वृद्ध को बच्चा चोर समझकर पीट-पीटकर मार डाला. यहां पर आदिम जनजाति पहाड़िया समुदाय के लोगों ने आज दिन में करीब 12 बजे इस अज्ञात व्यक्ति को पकड़कर पीटना शुरू कर दिया.

प्राप्त जानकारी के अनुसार मॉब लिंचिंग की खबर सुनते ही बिचकानी पहाड़ के ग्राम प्रधान सन्नी पहाड़िया ने उसे लोगों से मुक्त कराकर मिर्जाचौकी स्वास्थ्य केंद्र भेजा. हालांकि अस्पताल ले जाने के क्रम में तेतरीया गांव में वृद्ध व्यक्ति ने दम तोड़ दिया.

घटना की सूचना मिलते ही एसपी एचपी जनार्दन पुलिस बल के साथ तेतरीया गांव पहुंचे. मामले की जानकारी लेने के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए साहिबगंज भेज दिया. इस दौरान एसपी ने तेतरीया गांव के लोगों को समझाया कि किसी भी अंजान व्यक्ति को बच्चा चोर समझकर उसकी जान न लें. उसके साथ मारपीट न करें. अगर किसी पर संदेह हो, तो इसके बारे में पुलिस और प्रशासन को सूचना दें. किसी भी सूरत में कानून को अपने हाथ में न लें. एसपी ने लोगों को बताया कि अगर ऐसी घटनाएं होंगी, तो गांव के कई लोग दोषी होंगे. उनके खिलाफ भी पुलिस को कानूनी कार्रवाई करनी पड़ेगी

बताया जाता है कि गांव के कुछ लोगों ने पुलिस को बताया है कि इस वृद्ध को पहले भी कई बार इलाके में देखा गया था. वह चिरैता एवं अन्य जड़ी-बूटियां लेने के लिए पहाड़ पर आता था. इसी कड़ी में आज कुछ लोगों ने गलतफहमी में उसे बच्चा चोर समझ लिया और उसकी पिटाई कर दी. वहीं, साहिबगंज के एसपी हरदीप पी जनार्दन ने कहा है कि इस घटना की जांच की जायेगी. जो लोग भी इस मामले में दोषी पाये जायेंगे, उन्हें बख्शा नहीं जायेगा. उन्होंने लोगों से अपील की है कि कानून को अपने हाथ में लेने की कोशिश न करें. आपकी छोटी-सी गलती से कोई निरीह व्यक्ति मारा जाता है. आपकी गलतफहमी का खामियाजा वृद्ध, विक्षिप्त और असहाय लोगों को भुगतना पड़ता है.