आजकल के बदलते लाइफस्‍टाइल के कारण इंसान कई बीमारियों से ग्रस्‍त है। कई छोटी-बड़ी बीमारियों ने व्‍यक्ति को अपनी चपेट में इस तरह जकड़ लिया है कि यदि समय रहते उनसे निपटा न जाए, तो यह गंभीर स्थिति पैदा कर देती हैं। इन्‍हीं बीमारियों में से एक है डायबिटीज। जिसे यदि समय रहते कंट्रोल न किया जाए, तो यह गंभीर स्थिति पैदा कर सकती है। डायबिटीज धीरे-धीरे शरीर को खोखला कर देता है। डायबिटीज में आपका ब्‍लड शुगर लेवल बढ़ जाता है और इंसुलिन सही तरीके से काम नही करता। ब्‍लड शुगर से जुड़ी यह बीमारी शरीर के बाकी अंगों जैसे आंखों को भी प्रभावित कर स‍कती है। डायबिटीज रोगियों को लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले खाद्य पदार्थों के सेवन की सलाह दी जाती है क्‍योंकि यह ब्‍लड शुगर लेवल को कंट्रोल रखते हैं। इसलिए स्‍वस्‍थ खानपान के साथ समय से डायबिटीज को नियंत्रित करना बेहद जरूरी है और डायबिटीज रोगियों के लिए रामदाना या राजगिरा बहुत फायदेमंद है जानिए कैसे यह आपके ब्‍लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मदद करता है।

रामदान या राजगिरा कई पोषक तत्‍वों से भरपूर होता है और डायबिटीज रोगियों के लिए काफी फायदेमंद। इसमें हाई फाइबर, प्रोटीन, कैल्शियम और एंटी-ऑक्सीडेंट्स व साइटोस्टिरॉल आदि होते हैं, जिस वजह से यह स्वास्थ्य के लिए लाभकारी माना जाता है। यह पाचन तंत्र को दुरूस्‍त रखने, ब्‍लड प्रेशर, मजबूत हड्डियों और डायबिटीज को नियंत्रित रखने में मदद कर सकता है।

रामदाना या राजगिरा आपके ब्‍लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मददगार है। यह ग्लूटेन-फ्री अनाज है, इसके अलावा, यह प्रोटीन, फाइबर और कैल्शियम का एक अच्‍छा स्रोत है। रामदाना में किसी भी अन्य अनाज की तुलना में अधिक लाइसिन होता है। डायबिटीज रोगियों के लिए फाइबर जरूरी माना जाता है क्‍योंकि यह ब्‍लड शुगर लेवल के साथ मोटापे के लिए भी फायदेमंद होता है। रामदाना का सेवन करने से यह आपको लंबे समय तक आपकी भूख को शांत रखता है। लेकिन रामदाना में हाई ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाला अनाज है इसलिए इसे गेहूं जैसे लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले खाद्य पदार्थों के साथ सेवन की सलाह दी जाती है।

डायबिटीज डाइट में ऐसे शामिल करें रामदाना?

रामदाना को आड़ू और पपीता के साथ ग्रिल्‍ड पीच एंड पपाया ऐमरैन्थ ग्रनोला सैलेड के तौर पर सेवन किया जा सकता ह। आप इसमें अपनी पसंद के चेरी, टमाटर, सूरजमुखी के बीज और कुछ नट्स भी डाल सकते हैं।

आप रामदाना कटलेट बनाकर भी इसका सेवन कर सकते हैं। यह कटलेट मधुमेह रोगियों के लिए फायदेमंद है। आप इसे गेंहू के आटे के साथ मिलाकर टिक्की के तौर पर बना सकते हैं।

यदि आप डायबिटीज के रोगी हैं और आपको कुकीज आदि खाने का मन करता है, तो आप रामदाना से आप कुकीज तैयार भी कर सकते हैं। आप इसे आप रामदाना और गेंहू के आटे में कद्दूकस की हुई गाजर, किशमिश, बेकिंग पाउडर, अदरक, दालचीनी, बटर और अखरोट डालकर कुकीज तैयार कर सकते हैं।