नई दिल्ली: हादसे खराब सड़कों की वजह से नहीं, अच्छी सड़कों के कारण होते हैं। यह अजीबोगरीब बयान कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री गोविंद करजोल ने केंद्र सरकार के संशोधित मोटर व्हीकल एक्ट में लगाए गए जुर्मानों के सवाल पर दिया।

उपमुख्यमंत्री करजोल ने कहा, "हर साल, राज्य में लगभग 10,000 हादसे होते हैं। मीडिया हादसों के लिए खराब सड़कों का दावा करता है लेकिन मेरा मानना है कि ऐसा अच्छी सड़कों की वजह से होता है।“ बुधवार को मीडिया से बातचीत के दौरान करजोल ने कहा कि अच्छी सड़कें होने के कारण बड़े हादसे होते हैं, जहां लोग 120 से 160 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से वाहन चलाते हैं। अधिकांश हादसे राजमार्गों पर होते हैं। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि वह अत्यधिक जुर्माना लगाने के पक्ष में नहीं हैं और राज्य सरकार जुर्माना राशि को कम करने के बारे में फैसला करेगी।

उपमुख्यमंत्री करजोल के तर्क को लेकर सोशल मीडिया पर तमाम सवाल किए गए हैं। ट्रैफिक नियम के उल्लंघन के लिए संशोधित मोटर व्हीकल एक्ट में भारी जुर्माना लगाने को लेकर देश भर के लोगों में चिंता बढ़ गई है। लोगों ने सरकार के इस कदम की निंदा की है। लोगों का कहना है कि सरकार को भारी भरकम जुर्माना लगाने से पहले बेहतर सड़कें प्रदान करनी चाहिए।

संशोधित कानून के तहत शराब पीकर ड्राइविंग करने और खतरनाक ड्राइविंग पर10 हजार रुपये का जुर्माना या छह महीने से दो साल की कैद का प्रावधान रखा गया है। बिना लाइसेंस के गाड़ी चलाने पर जुर्माना पांच सौ रुपये से बढ़ाकर पांच हजार रुपये कर दिया गया है जबकि बिना हेलमेट के दोपहिया वाहन चलाने पर एक हजार रुपये का जुर्माना देना होगा और तीन महीनों के लिए लाइसेंस निलंबित हो सकता है।