पर्यावरण संरक्षण और संवर्द्धन पर लोगों के लिए एक निरंतर आवाज़ रही दीया मिर्ज़ा ने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जागरूकता फैलाने के लिए अथक प्रयास किया है। इस वर्ष भी जलवायु परिवर्तन और मरुस्थलीकरण के सबसे महत्वपूर्ण सम्मेलनों में से एक का आयोजन सोमवार को राजधानी दिल्‍ली में होगा।

संयुक्त राष्ट्र के सम्मानित उप- महासचिव और 60 देशों के 196 प्रमुख मंत्रियों की उपस्थिति में सम्‍मेलन में मुख्‍य भूमिका निभायेंगी और वह चौदहवें संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन के समापन समारोह की मेजबानी भी करेंगी। दीया सतत विकास लक्ष्यों के लिए 17 सचिव जनरलों में से एक हैं और वह इस सम्‍मेलन में राष्ट्रीय और स्थानीय रिप्रिजेंटेटिव, सामुदायिक समूह, वैज्ञानिक, निजी क्षेत्र और उद्योग विशेषज्ञ के साथ शामिल होंगी।दीया मिर्जा कहती हैं, ” भारत सरकार की ओर से इस सम्‍मेलन का हिस्‍सा होना मेरे लिए सम्मान की बात है। हर एक एसडीजी पारिस्थितिक संतुलन बनाए रखने में मदद करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। वर्तमान मामलों की स्थिति के साथ, हम पर्यावरण में असंतुलन और भूमि क्षरण और इसके परिणामों को उलटने की आवश्यकता को देख रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र कन्वेंशन टू कॉम्बैट डेजर्टिफिकेशन प्रभावी संसाधन प्रबंधन के विभिन्न समाधानों पर चर्चा करने के लिए एक ग्रेट प्‍लेटफॉर्म है।

दीया मिर्जा प्रकृति से संबंधित कारणों के लिए एक पर्यावरण चेंजमेकर, आवाज और टॉर्चबेयरर रही हैं। वह सिंगल यूज प्लास्टिक के खिलाफत करती रही हैं और पर्यावरण के लिए एक सद्भावना राजदूत के रूप में उनकी भूमिका में #BeatPlasticPollution पर संयुक्त राष्ट्र के साथ अभियान भी चलाया है। एक एसडीजी एडवोकेट के रूप में एक अतिरिक्त जिम्मेदारी के साथ, दीया हर अवसर का उपयोग करती हैं जो जागरूकता पैदा करने और लोगों को प्रेरित करने के लिए है। एक स्थायी जीवन शैली की दिशा में निरंतर प्रयास से उसके काम में भी तेजी आई है।

उन्होंने कई भूमिकाओं पर काम किया है और भारतीय वन्यजीव ट्रस्ट, अभयारण्य एशिया और सेव द चिल्ड्रेन में विभिन्न संगठनों के साथ काम करते हुए देश में अधिकतम लोगों तक पहुंचने के लिए अपनी स्थिति का दर्ज कराती हैं। मनुष्य और प्रकृति के बीच के संबंध को मजबूत करने में अग्रदूत के रूप में, दीया एक नेचर चैंपियन हैं।