नई दिल्ली: कश्मीर घाटी के ज्यादातर क्षेत्रों में दिन में प्रतिबंधों में ढील दी गई लेकिन लगातार 30वें दिन भी मंगलवार को बाजार बंद रहे और सड़कों से सार्वजनिक वाहन नदारद रहे।

अधिकारियों ने बताया कि घाटी के 90 फीसदी से ज्यादा हिस्सों में दिन में प्रतिबंध नहीं हैं और स्थिति में सुधार को देखते हुए 92 पुलिस थाना क्षेत्रों में प्रतिबंधों में ढील दी गई। निजी वाहन सड़क पर चल रहे हैं। कुछ इलाकों में ऑटो रिक्शा और एक जिले से दूसरे जिले में जाने वाली कैब भी चल रही है।

अधिकारियों ने बताया कि लाल चौक-टीआरसी चौक-डलगेट समेत शहर के सिविल लाइन इलाकों में कुछ रेहड़ी वालों ने अपनी दुकानें लगाईं। उन्होंने बताया कि घाटी के ज्यादातर क्षेत्रों से अवरोधक हटा दिये गए हैं लेकिन कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए सुरक्षा बल तैनात रखे गए हैं।

अधिकारियों ने बताया कि घाटी में 95 टेलीफोन एक्सचेंजों में से 76 में लैंडलाइन सेवाएं बहाल कर दी गई हैं। यह सेवा कारोबारी क्षेत्र लाल चौक और प्रेस एन्क्लेव में अब भी बंद है। पांच अगस्त को केंद्र की ओर से अनुच्छेद-370 के अधिकतर प्रावधानों को समाप्त करने और जम्मू-कश्मीर को दो केंद्र शासित प्रदेशों में बांटने के फैसले के बाद से घाटी में मोबाइल और इंटरनेट सेवाएं निलंबित हैं।

अधिकारियों ने बताया कि सरकारी कार्यालयों में कामकाज चल रहा है और कर्मचारियों की उपस्थिति अच्छी है। करीब 4,000 से ज्यादा प्राथमिक, मध्य एवं उच्च विद्यालय चल रहे हैं। शिक्षकों की उपस्थिति में सुधार है। कुछ स्थानों पर बच्चों की उपस्थिति कम है लेकिन उसमें भी सुधार हो रहा है।