नई दिल्ली : भारत ने कुलभूषण जाधव को पकिस्तान ने सोमवार को काउंसलर एक्सेस दिए जाने के बाद अपना आधिकारिक बयान दिया।विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने इस मामले पर भारत की तरफ से पक्ष रखा। भारत ने कहा कि इस्लामाबाद में भारतीय दूतावास के अधिकारी आज कुलभूषण जाधव से मिले। हमें अभी इस पर विस्तृत रिपोर्ट का इंतजार है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि मुलाकात के दौरान ये साफ था कि कुलभूषण जाधव के उपर काफी दबाव बनाया गया है।

विदेश मंत्रालय ने बताया कि इस्लामाबाद स्थित अपने भारतीय दूतावास के अधिकारियों से पूरी विस्तृत रिपोर्ट मिलने के बाद भारत इस पर आगे निर्णय लेगा कि अब क्या करना है। हमें ये देखना है कि क्या पाकिस्तान ने इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस के निर्देशों का पालन किया है या नहीं। विदेश मंत्री ने कुलभूषण जाधव की मां से मुलाकात की औऱ उन्हें आज के सभी कार्यक्रमों की जानकारी दी।

भारत ने कहा कि जाधव को सोमवार को राजनयिक पहुंच मुहैया कराना अंतरराष्ट्रीय न्याय अदालत के आदेश के प्रति पाकिस्तान की बाध्यता है। जाधव पाकिस्तान के अपुष्ट दावों को बनाए रखने के लिए गलत बयानी करने के भीषण दबाव में दिख रहे हैं। सरकार जाधव को जल्द से जल्द न्याय दिलाने और उनकी सुरक्षित भारत वापसी को लेकर प्रतिबद्ध। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने जाधव की मां से बात कर उन्हें आज हुए घटनाक्रमों से अवगत कराया।

भारत की ये प्रतिक्रिया जाधव और अहलुवालिया की मुलाकात के कुछ घंटों के बाद आई है। जासूसी और गैरकानूनी गतिविधियों का आरोप लगाकर पाकिस्तान ने जाधव को जेल में रखा है और उसे मौत की सजा सुनाई है। इसी मामले की इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस में सुनवाई चल रही है।

गौरतलब है कि पाकिस्तान ने अप्रैल 2017 में जाधव को सैन्य कोर्ट की फैसले के मुताबिक मौत की सजा सुनाई थी। भारत ने पाकिस्तान के द्वारा जाधव पर लगाए जासूसी के आरोपों को खारिज कर दिया था और कहा था कि उसे इरानियन चाबहार पोर्ट से किडनैप कर लिया गया था जहां पर वह बिजनेस का काम करते थे।