नई दिल्ली: हाल ही में उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले के एक सरकारी स्कूल से वीडियो सामने आया था। इस वीडियो में प्राइमरी स्कूल में मिड-डे-मील में बच्चों को नमक-रोटी परोसते हुआ दिखाया गया था। वीडियो शूट करने वाले पत्रकार के खिलाफ जिला प्रशासन ने एफआईआर दर्ज कराया गया है। पुलिस ने स्थानीय पत्रकार पवन जायसवाल के खिलाफ साजिश करने के तहत एफआईआर दर्ज किया है।

पुलिस का आरोप है कि पत्रकार ने ग्राम प्रधान प्रतिनिधि के साथ मिलकर साजिशन नमक-रोटी का खाने वीडियो बनाया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पुलिस ने पत्रकार पवन जायसवाल और ग्राम प्रधान प्रतिनिधि राजकुमार पाल व एक अन्य अज्ञात के खिलाफ आईपीसी की धारा 120-B, 186, 193 और 420 के तहत केस दर्ज किया है।

पिछले महीने मिर्जापुर के सीयुर प्राइमरी स्कूल में बच्चों के नमक-रोटी खाते हुए एक वीडियो सामने आया था। इस वीडियो को एक पत्रकार के द्वारा शूट किया गया। वीडियो वायरल होने के बाद यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ मामले का संज्ञान लिया। इसके बाद स्कूल के शिक्षक व खंड शिक्षा अधिकारी समेत कई पर गाज गिरी थी।

वहीं, स्थानीय मीडिया रिपोर्ट में यह भी दावा किया जा रहा है था कि मिड-डे मील के डाइट के मुताबिक इस स्कूल में कभी भी खाना नहीं आता है। न ही स्कूल में दूध आता है और ना ही हरी सब्जियां और फल आता है। जिलाधिकारी अनुराग पटेल ने बताया था कि बच्‍चों को नमक और रोटी बांटने के आरोपी शिक्षकों मुरारी और अरविंद त्रिपाठी को सस्‍पेंड कर दिया है। जिलाधिकारी ने बताया कि खंड शिक्षा अधिकारी को नोटिस जारी किया गया था।