नई दिल्ली: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने महाराष्ट्र के पुणे में कारोबारियों से मुलाकात की और उन्हें बेफिक्र होकर कारोबार चलाने की सलाह दी। वित्त मंत्री ने कहा, ''छोटे, मझोले, सूक्ष्म, नैनो या बड़े उद्यमी, कोई भी हों, हम चाहते हैं कि वे बिना किसी चिंता के अपने व्यवसाय को आगे बढ़ाएं।'' वित्त मंत्री सीतारमण भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के बड़े फैसले का बाद मीडिया से बात कर रही थीं। दरअसल, सोमवार (26 अगस्त) को आरबीआई नरेंद्र मोदी सरकार को लाभांश और अधिशेष कोष के मद से 1.76 लाख करोड़ रुपये हस्तांतरित करने का फैसला किया था। वित्त मंत्री सीतारमण ने प्रेस वार्ता के दौरान पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के आरोप का भी जवाब दिया।

राहुल गांधी ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पर 'आर्थिक त्रासदी' से बेखबर होने का आरोप लगाते हुए दावा किया कि आरबीआई से 'चोरी करने' से अब कुछ नहीं होने वाला है।

राहुल गांधी ने अपने आधिकारिक हैंडल से ट्वीट किया, ''प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री इसको लेकर बेखबर हैं कि उनके खुद के द्वारा पैदा की गई आर्थिक त्रासदी को कैसे दूर किया जाए।''

उन्होंने दावा किया, ''आरबीआई से चुराने से काम नहीं चलने वाला है। यह किसी दवाखाने से बैंड-एड चुराकर, गोली लगने से हुए घाव पर लगाने जैसा है।''