नई दिल्ली: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आर्थिक वृद्धि की गति बढ़ाने और विभिन्न क्षेत्रों के संकट को दूर करने के लिए कई घोषणाओं की। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में खलीज टाइम्स को दिए इंटरव्यू में मंदी के सवाल पर जवाब दिया। इंटरव्यू में जब पीएम मोदी से पूछा गया कि अगले साल तक अमेरिका में मंदी आने की आशंका है, जिसका असर पड़ सकता है। क्या आपको लगता है कि भारत-यूएई आर्थिक साझेदारी बुरे समय में मदद कर सकते है यदि ऐसा होता है? इस संबंध में आप क्या कदम उठाना चाहते हैं?

इस पर पीएम मोदी ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था की बुनियाद मजबूत है। हमने अगले पांच वर्षों में 5 ट्रिलियन अर्थव्यवस्था बनने पर अपनी निगाहें निर्धारित की हैं। यूएई अपनी अर्थव्यवस्था में विविधता ला रहा है, अपनी ताकत के पारंपरिक क्षेत्रों से परे जा रहा है। साथ में हमारे पास समृद्धि प्राप्त करने के लिए दृष्टि और रोडमैप के साथ-साथ आकार, गति और संसाधन हैं। यह दोनों के लिए एक जीत है और दुनिया के लिए भी। हमारी अर्थव्यवस्था बढ़ती तालमेल और संयुक्त अरब अमीरात में लाखों भारतीयों की उपस्थिति का उपयोग करते हुए एक-दूसरे के पूरक हो सकते हैं।