नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती की बेटी सना इल्तिजा जावेद ने आर्टिकल 370 के मुद्दे पर मोदी सरकार पर निशाना साधा है। सना इल्तिजा जावेद ने गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर कहा है कि आखिर क्यों उन्हें उनके ही घर में पांच अगस्त के बाद से कैद करके रखा गया है। कश्मीर में लॉकडाउन को दर्जनों दिन हो गये हैं लेकिन अभी भी दो पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती और उमर अब्दुल्ला गिरफ्तार हैं। महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा जावेद का दावा है कि उसे भी हिरासत में लिया गया और उसे धमकी दी गई कि अगर उसने दोबारा मीडिया से बात की तो इसके परिणाम अच्छे नहीं होंगे। इन्ही सब मुद्दों पर इल्तिजा ने गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर स्पष्टीकरण मांगा है।

सना इल्तिजा जावेद ने अमित शाह को लिखे पत्र में लिखा है-

''डियर सर,

मेरे पास आपको लिखने के अलावा और कोई विकल्प नहीं बचा है। आशा और प्रार्थना करती हूं कि मुझे मेरे मौलिक अधिकारों के बारे में सवाल उठाने के लिए दंडित / या गिरफ्तार नहीं किया जाऐगा। कश्मीर अंधेरे के बादलों में घिरा हुआ है और मैं अपने लोगों की सुरक्षा के लिए डरती हूं, जिसमें वे भी शामिल हैं। हम कश्मीरी 5 अगस्त, 2019 को आर्टिकल 370 के एकतरफा निरस्त होने के बाद से निराशा में घिर रहे हैं। मेरी मां महबूबा मुफ्ती को उसी दिन से हिरासत में लिया गया था।आज जब बाकी देश भारत का स्वतंत्रता दिवस मना रहा है, कश्मीरियों को जानवरों की तरह कैद कर दिया गया और उन्हें बुनियादी मानवाधिकारों से वंचित किया गया है। आपको अच्छी तरह से पता है कि मुझे अपने घर पर नजरबंद कर के रखा गया है। मुझे इतना भी नहीं बताया जाता है कि कब मेरे से मिलने वालों को घर से भगा दिया जाता है और मुझे बाहर निकलने की अनुमति नहीं है। अजीब है, क्योंकि मैं किसी भी राजनीतिक दल से जुड़ा नहीं हूं और हमेशा से एक कानून का पालन करने वाली नागरिक रही हूं।''