लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी ने कहा कि कांग्रेस के शासनकाल में सोनभद्र में हुई जमीन की धांधलियों के लिए कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव और पूर्वी यूपी प्रभारी श्रीमती प्रियंका वाड्रा को माफी मांगनी चाहिए। श्रीमती प्रियंका वाड्रा को अगर जनता की समस्याओें से ईमानदारी से सरोकार होता तो वह कांग्रेस सरकार के दौरान हुई जमीनों की धांधलियों पर पश्चाताप करतीं। श्रीमती प्रियंका वाड्रा का सोनभद्र दौरा कांग्रेस की ओछी राजनीति का ही एक उदाहरण है।

भारतीय जतना पार्टी प्रदेश मुख्यालय पर पत्रकारों से वार्ता करते हुए प्रदेश प्रवक्ता डा0 चन्द्रमोहन ने कहा कि सोनभद्र में जमीनों का विवाद वर्ष 1955 से शुरू हुआ जब कांग्रेस सरकार के दौरान ग्रामसमाज की जमीन को एक निजी सोसायटी को पट्टा कर दिया गया था। कांग्रेस सरकार के दौरान सोनभद्र ही नहीं प्रदेश के कई इलाकों में जमीनों की संस्थागत लूट हुई है। इस मुद्दे से जनता का ध्यान बंटाने के लिए ही श्रीमती प्रियंका वाड्रा सोनभद्र में उम्भा गांव में हुई दुखद घटना के पीड़ितों से मिलने का नाटक कर रही हैं। श्रीमती प्रियंका वाड्रा यह भी बताएं कि केंद्र में कांग्रेस की सरकार रहने के दौरान कितने गरीबों की जमीनों पर हुए अवैध कब्जे से मुक्त कराया गया? कितने गरीबों को जमीनों का कब्जा दिया गया? ऐसे किसी भी सवाल से ध्यान बंटाने के लिए श्रीमती प्रियंका वाड्रा इधर-उधर की तरकीब निकाल रहीं हैं लेकिन जनता के सामने कांग्रेस पार्टी का चरित्र सामने आ चुका है।

प्रदेश प्रवक्ता डा0 चन्द्रमोहन ने कहा कि कांग्रेस केवल लूट की राजनीति ही करना जानती है। कांग्रेस की इस लूट में सपा और बसपा भी बराबर के भागीदार हैं। सोनभद्र में जमीन का विवाद सामने आने के बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री माननीय श्री योगी आदित्यनाथ ने न केवल पीड़ितों को हर संभव मदद मुहैया कराई बल्कि एक समिति का गठन कर भूमि संबंधी विवादों का तत्काल निपटारा करने की पहल भी कर दी है। प्रदेश की भाजपा सरकार पीड़ितों और शोषितों को उनका हक दिलाकर ही रहेगी इसके लिए कड़े से कड़े कदम ही क्यों न उठाने पड़े।