भोपाल: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने कश्मीर को लेकर एक ऐसा बयान दिया है जो उनकी पार्टी के लिए दिक्कत पैदा कर सकता है। मध्य प्रदेश के सीहोर में मीडिया से बात करते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा कि कश्मीर समस्या का समाधान जल्द होना चाहिए वरना वो हमारे हाथ से निकल सकता है। दिग्विजय ने इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से अपील भी की।

सरकार द्वारा जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद-370 हटाने के फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा ‘मैंने पहले ही कहा था कि यदि धारा 370 हटी तो इसके गंभीर परिणाम होंगे और आज वो कश्मीर में दिख रहा है और कश्मीर जल रहा है। प्रधानमंत्री ने अपने हाथ आग में झुलसा लिए हैं और कश्मीर को बचाना हमारी पहली प्राथमिकता है। इससे पहले दिग्विजय सिंह ने संसद में भी अनुच्छेद 370 को हटाने के फैसले का विरोध किया था।

इतना ही नहीं दिग्वजिय सिंह ने मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को भी आड़े हाथों लेते हुए कहा कि वह जवाहर लाल नेहरू के पैरों की धूल के बराबर भी नहीं हैं। दरअसल शिवराज सिंह चौहान ने आर्टिकल 370 को हटाने का समर्थन करते हुए कहा था, 'धारा 370 हटने के बाद जम्मू-कश्मीर में शांति है। यही श्री राहुल गांधी और कांग्रेस की तकलीफ है। वे नहीं चाहते कि कश्मीर में शांति रहे। कश्मीर में अशांति श्री नेहरू जी के गलत फैसलों के कारण थी। धारा 370 कश्मीर के लिए अभिशाप थी, आतंकवाद का कारण थी। इस धारा ने कभी कश्मीर की जनता का बहुत नुकसान किया। नेहरूजी ने जो गलती की उसे मोदी जी ने सुधार दिया है। कांग्रेस परेशान क्यों है?'

इससे पहले मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी शिवराज सिंह चौहान पर निशाना साधते हुए ट्वीट करते हुए कहा, 'देश के प्रथम प्रधानमंत्री पं.जवाहरलाल नेहरू जिन्हें आधुनिक भारत का निर्माता कहा जाता है,जिन्होंने आज़ादी के लिये संघर्ष किया,जिनके किये गये कार्य व देश हित में उनका योगदान अविस्मरणीय है। उनको मृत्यु के 55 वर्ष पश्चात् आज अपराधी कह कर संबोधित करना,बेहद आपत्तिजनक व निंदनीय है।'