नई दिल्ली: तिहाड़ की सलाखों में क़ैद कुलदीप सिंह सेंगर पर केंद्रीय जांच एजेंसी की बेड़ियां कसती ही जा रही हैं। सीबीआई पीड़िता की कार के एक्सिडेंट के मामले में विधायक का कनेक्शन निकालने में जुटी है। जांच एजेंसी इस बात की काफी गहरी तफ्तीश कर रही है कि सीतापुर जेल में रहने के दौरान विधायक कितने लोगों से मिले थे? इस बीच कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में खबर छपी है कि सीतापुर जेल में कैद रहने के दौरान विधायक से मिलने आने वालों लोगों की संख्या करीब 10,000 थी।

इतना ही नहीं यह भी कहा जा रहा है कि सेंगर से मिलने वालों में सिर्फ उनके परिजन या रिश्तेदार ही नहीं बल्कि भारतीय जनता पार्टी के सांसद साक्षी महाराज भी शामिल हैं। साक्षी महाराज के अलावा कई और भी सांसदों और विधायकों के नाम सेंगर से मुलाकातियों की लिस्ट में शुमार है।

जानकारी के मुताबिक सेंगर का हालचाल पूछने जेल में हर दिन करीब 20-25 लोग आते थे जिनमे कुछ विपक्ष के बड़े सफेदपोश भी शामिल हैं। इतना ही नहीं कहा तो यह भी जा रहा है कि कुछ लोगों को जेल में सीधे सेंगर से मिलने भेज दिया जाता था यानी उनके नाम रिकॉर्ड बुक या रजिस्टर में दर्ज नहीं किए जाते थे।

सीतापुर जेल के एक अधिकारी ने कहा है कि ‘सांसद, विधायक, अधिकारी, पूर्व विधायक और यहां तक कि विपक्षी दलों के विधायक भी नियमित रूप से उनसे मिलने आते थे। हम उस स्थिति में नहीं थे कि उनमें से किसी को सेंगर से मिलने से रोक पाते।’

यहां आपको बता दें कि विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को साल 2018 में सीतापुर जेल लाया गया था। पीड़िता के साथ हुए सड़क हादसे में विधायक का नाम उछलने के बाद सीबीआई ने इस मामले की छानबीन में जुटते ही सीतापुर जेल प्रबंधन से विधायक के मुलाकातियों की लिस्ट मांग ली है जिससे हड़कंप मचा हुआ है।

इधर सड़क हादसे में गंभीर रूप से जख्मी पीड़िता को सोमवार की रात एयरलिफ्ट कर लखनऊ के केजीएमयू अस्पताल से दिल्ली के एम्स में लाया गया है। पीड़िता की हालत अभी भी गंभीर ही बनी हुई है। दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने उन्नाव रेप केस की पीड़िता की मां से मुलाकात कर उन्हें हर संभव मदद का भरोसा दिलाया है।