नई दिल्ली: अमरनाथ श्रद्धालुओं और कश्मीर आने वाले पर्यटकों को तत्काल कश्मीर खाली करने का सरकारी फरमान सुनाया गया है। इसके साथ ही अमरनाथ यात्रा 15 दिन पहले ही समाप्त कर दी गई है। इस फरमान के कारण वैष्णो देवी आने वाले श्रद्धालुओं में भी अफरातफरी का माहौल बना हुआ है।

राज्य गृह विभाग के प्रमुख सचिव शालीन काबरा द्वारा जारी एक निर्देश में सभी अमरनाथ श्रद्धालुओं और कश्मीर आने वाले पर्यटकों से जल्द से जल्द कश्मीर को छोड़ कर जाने के लिए कहा गया है। इसके लिए उन्होंने सुरक्षा कारणों का हवाला दिया है।

काबरा द्वारा जारी पत्र में कहा गया है कि सुरक्षा एजेंसियों की पुख्ता सूचनाओं के मुताबिक, आतंकी अमरनाथ श्रद्धालुओं तथा कश्मीर आने पर्यटकों को निशाना बना सकते हैं इसलिए उन्हें निर्देश दिया जाता है कि वे जितनी जल्द हो सके कश्मीर की अपनी यात्रा को समाप्त कर अपने घरों को लौट जाएं।

जानकारी के मुताबिक, कश्मीर में इस समय तकरीबन 40 से 50 हजार अमरनाथ श्रद्धालु और पर्यटक हैं जिनमें इस निर्देश के बाद अफरातफरी का माहौल पैदा होने के साथ ही दहशत भी फैल गई है। वे किसी तरह से अपने घरों को लौटना चाहते हैं।

जानकारी के मुताबिक, पिछले तीन दिनों से यात्रा को स्थगित रखने और कुछेक लंगरों को बंद कर दिए जाने के पीछे का कारण भी यही आतंकी खतरा रहा है। और अब इस सरकारी फरमान के बाद अमरनाथ यात्रा को समाप्त माना जा रहा है। वैसे इसकी समाप्ति 15 अगस्त को श्रावण पूर्णिमा के दिन होनी थी।

ताजा सरकारी फरमान के कारण न सिर्फ अमरनाथ श्रद्धालुओं और कश्मीर आए पर्यटकों में दहशत तथा अफरातफरी है बल्कि अफरातफरी तथा असमंजस का माहौल वैष्णो देवी आने वाले श्रद्धालुओं में भी है। हालांकि उनके प्रति कोई ऐसा सरकारी फरमान तो नहीं आया लेकिन उनमें से कईयों को वापस लौटने की मारामारी में उलझते हुए देखा गया है।