लखनऊ: राजधानी लखनऊ में हुए इन्वेस्टर्स समिट पार्ट-02 को आम आदमी पार्टी ने जनता को गुमराह करने वाला प्रोग्राम करार दिया है | पार्टी के यूपी प्रभारी एवं राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा योगी सरकार ने इसी तरह का इन्वेस्टर्स समिट पिछली साल राजधानी लखनऊ में ही कराया था जिसमें 60 हजार करोड़ रूपये के निवेश की बात कही गई थी और लाखों युवाओं को रोजगार दिए जाने का सपना दिखाया था | एक साल से ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी निवेश करने वाले पूंजीपतियों का कोई भी प्रोजेक्ट गतिशील अवस्था में नहीं आ पाया है और न ही युवाओं को रोजगार मिला है, गड्डा खोदने, मजदूरी करने जैसे काम मात्र पांच हजार लोगों को काम मिला है, जिसे योगी सरकार रोजगार बताकार पढ़े लिखे डिग्री धारक युवाओं को गुमराह कर रही है और इन्वेस्टर्स समिट पार्ट -2 में मुख्यमंत्री योगी ने 40 लाख रोजगार देने की बात कही है, योगी सरकार का रोजगार देने का ये वादा भाजपाई इतिहास की तरह जुमलेबाजी ही साबित होगी | इन्वेस्टर्स समिट के दोनों प्रोग्रामों को करने के लिए जनता की मेहनत का 150 करोड़ रुपया बर्बाद कर दिया गया |

संजय सिंह ने कहा कि योगी सरकार विकास के नाम पर इन्वेस्टर्स समिट का जश्न मनाकर जनता को गुमराह कर रही है और प्रोग्राम के नाम पर जनता के करोडो रूपये का भ्रष्टाचार कर रही है | उन्होंने कहा यूपी की बदहाल कानून व्यवस्था को लेकर देश भर में चर्चा है, सहारनपुर, मेरठ, संभल, सोनभद्र सहित प्रदेश के तमाम जिले बदहाल कानून व्यवस्था को लेकर हाल ही में सुर्ख़ियों में रहे है लेकिन देश के गृहमन्त्री अमित शाह कानून व्यवस्था को लेकर मुख्यमंत्री योगी के फर्जी कसीदे पढ़ रहे है | किसान अपनी फसलों को सडकों पर भेंक रहा है, व्यापारी का व्यापार तबाह हो गया है, बहिन-बेटियों की इज्जत लूटी जा रही है, सरकार से संरक्षण प्राप्त दबंग भूमाफिया दलितों,वंचितों की जमीनें कब्ज़ा कर रहे हैं, गुंडे, माफिया पुलिस वालों की दिन दहाड़े हत्या कर रहे है, युवा रोजगार के लिए भटक रहा है, कर्मचारी अपने हकों के आन्दोलन कर रहा है, मॉब लिंचिंग में एक वर्ग विशेष को चिन्हित कर पीट-पीट कर हत्या की जा रही है, लोगों को जिन्दा जलाया जा रहा है इन सब के बाबजूद मुख्यमंत्री योगी अपनी वाहवाही लूटने के लिए उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश घोषित करने का जोर-शोर से प्रचार-प्रसार कर रहे हैं | ये प्रदेश के लिए बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है |