देशी घी और शुद्ध सरसों के तेल का इस्तेमाल जरुरी- डा. उमाशंकर श्रीवास्तव

लखनऊ : समाज के विभिन्न क्षेत्रों में कार्य करते हुए वहां फैली बुराइयों को दूर करने के लिए यूनाइट फाउण्डेशन हर माह के दूसरे शनिवार को यूनाइट मंथन कार्यक्रम का आयोजन कर रहा है। इसी कड़ी में शनिवार (27 जुलाई, 2019) को यूनाइट फाउण्डेशन के कार्यालय में हमारा स्वास्थ्य, सावधानियां और प्राकृतिक उपाय पर चर्चा हुई। इस चर्चा में यूनाइट फाउण्डेशन के अध्यक्ष डॉ. पीके त्रिपाठी , विष विज्ञान अनुसंधान केन्द्र संस्थान के भूतपूर्व वैज्ञानिक डा. उमाशंकर श्रीवास्तव, यूनाइट फाउण्डेशन के सदस्य एडवोकेट योगेश मिश्रा, समाजसेवी देवेन्द्र मोदी उपस्थित रहे।

डा. उमाशंकर श्रीवास्तव ने कहा कि पानी को सीधे तेजी से नही पीना चाहिए, जो शरीर के लिए काफी नुकसान होता है। यह विष की तरह असर करता है। पानी का सिप-सिप करके पीना चाहिए। उन्होने कहा कि आज के समय में हवा, पानी सभी कुछ प्रदूषित हो गया है। फलों और सब्जियों में जितना कीटनाशक का प्रयोग किया जाता है उससे वह जहरीले हो जाती है। वह मानव शरीर के लिए बहुत नुकसानकारी है। उन्होने कहा कि डालडा, रिफाइण्ड मानव शरीर के लिए काफी जहरीला है इसमें इतनी ज्यादा मिलावट होती है जो कि घातक है। केवल देशी घी और शुद्ध सरसों के तेल का इस्तेमाल करना चाहिए।

डा. श्रीवास्तव ने कहा कि एक नाश्ता कभी नही खाना चाहिए। रोज रोज बदलकर करना चाहिए, जिससे सभी तरह का न्यूट्राशियन, प्रोटीन शरीर को मिल सके। इसके साथ ही नाश्ता ज्यादा आयली नही होना चाहिए। फास्टफूड को न अपनाये, ज्यादा खाने से शरीर को अंदर खराब कर देता है। चीज जल्दी हजम नही होता है, जो शरीर के लिए सही नही है। उन्होने कहा कि पानी में फिटकरी घुमाकर निकाल ले, उसके कुछ घण्टे के बाद वह पीने में प्रयोग करें। आरओ पानी का प्रयोग न करे। उन्होने कहा कि चीनी की जगह गुड़ का इस्तेमाल किया जाये। दवाईयों का इस्तेमाल सोच समझकर करें।

डा. उमाशंकर ने कहा कि मोबाइल से बच्चों की याददास्त कम होती जा रही है। उससे बच्चो को दूर रखे। सुबह का टहलने के लिए पार्क में जाये, रोड पर न जाये। राते में खाने के आधे घण्टे के बाद टहले। उन्होने कहा कि माउथवाश का इस्तेमाल न करें, मुंह के अंदर अच्छे बैक्टीरिया को भी खत्म कर देते है।

एडवोकेट योगेश मिश्रा ने कहा कि बड़ी बड़ी कंपनियों के देशी घी में भी जमकर मिलावट चल रही है जो स्वास्थ्य के लिए घातक है, यह जांच में पता चल चुका है। उन्होने कहा कि आयोडीन नमक खाने से लड़कियों की ओबरी में गांठ हो रही है। शादी के बाद लड़को को हार्मोन की दवाईयां खानी पड़ रही है। उन्होने कहा कि टूथपेस्ट से ही दांत खराब हो रहे, उसकी जगह नीम का दातून या फिटकरी के पानी से मुंह धोकर पान का पत्ता खा ले। उन्होने कहा कि हर व्यक्ति को 25 से 40 मिनट ध्यान जरूर करना चाहिए। जिसके बाद किसी दवाई की जरूरत नही होगी।

इस कार्यक्रम में डा. मधुसूदन पराशर, रामानुज शुक्ला, वैभव मिश्रा, नुरैन अहमद, आर. एल. मौर्या और सुभाष भट्ट ने भाग लिया। इस परिचर्चा का संचालन यूनाइट फाउण्डेशन के उपाध्यक्ष राधेश्याम दीक्षित ने किया।