नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट टीम की जर्सी में एक और बड़ा बदलाव होने जा रहा है। टीम अब जल्द ही अधिकारिक जर्सी पर नया ब्रांड पहनकर खेलेगी। सितंबर 2019 के बाद से चीनी स्मार्टफोन निर्माता ओप्पो की जगह बाईजूस ब्रांड का नाम दिखेगा। चीन की मोबाइल निर्माता कंपनी ओप्पो ने प्रायोजन अधिकार ‘आनलाइन टयूटोरियल फर्म’ बायजूस को सौंप दिए हैं। भारतीय टीम की जर्सी पर वेस्टइंडीज दौर तक ओप्पो का लोगो रहेगा। वेस्टइंडीज दौरा तीन अगस्त से शुरू होगा और दो सितंबर को समाप्त होगा। दक्षिण अफ्रीका 15 सितंबर से भारत का दौरा करेगी और इस सीरीज के साथ मेजबान टीम की जर्सी पर लगा लोगो भी बदल जाएगा।

बीसीसीआई और ओप्पो के बीच 1079 करोड़ रूपये का पांच साल का करार मार्च 2017 में हुआ था। एक सूत्र ने कहा कि यह ट्रांसफर तीन पक्षों ओप्पो, बायजूस और बीसीसीआई के बीच करार है जिस पर गुरूवार को हस्ताक्षर किए गए। बीसीसीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पीटीआई को नाम नहीं बताने की शर्त पर कहा, ‘‘ओप्पो और बायजूस आपस में जर्सी के प्रायोजन के करार की शर्तें तय कर रहे हैं। सीओए को इस बारे में बता दिया गया है कि वे आपस में इस प्रायोजन के ट्रांसफर की बात कर रहे हैं।’’

मार्च 2017 में ओप्पो ने भारतीय टीम की जर्सी के पांच साल के अधिकार के लिए विवो मोबाइल की 768 करोड़ रूपये की बोली को पछाड़ दिया था। ये सौदा मार्च 2022 तक का था लेकिन अब ओप्पो ने इस सौदे से अपने हाथ खींच लिए हैं क्योंकि उसका मानना है सौदे की कीमत बहुत ही अधिक है और वो इसे जारी नहीं रख सकते। एक मीडिया रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) को 31 मार्च, 2022 तक उस सौदे की रकम बाईजूस से मिलती रहेगी और उसे किसी प्रकार का नुकसान नहीं होगा।