लंदन: लॉर्ड्स के ऐतिहासिक मैदान पर 10 दिन पहले वनडे विश्व कप जीतने वाली इंग्लैंड क्रिकेट टीम को बुधवार को इसी मैदान पर आयरलैंड के खिलाफ टेस्ट मैच में शर्मसार होना पड़ा है। आयरलैंड के खिलाफ टेस्ट मैच में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का कप्तान जो रूट निर्णय मेजबान इंग्लैंड की टीम को भारी पड़ गया। 37 साल के तेज गेंदबाज टिम मुर्ताग ने कहर बरपाते हुए 9 ओवर में 13 रन देकर पांच विकेट और मार्क अडेर ने 7.4 ओवर में 32 रन देकर 3 विकेट झटके और इंग्लैंड को 23.4 ओवर में महज 85 रन के स्कोर पर ढेर करने में अहम भूमिका अदा की।

जो डेनली इंग्लैंड के लिए सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे। उन्होंने 23 रन की पारी खेली। उनके अलावा सैम कुरेन ने 18 और ओली स्टोन ने 19 रन की पारी खेलकर टीम को 85 रन के स्कोर तक पहुंचाया। इंग्लैंड के 8 बल्लेबाज तो दो अंक के आंकड़े को भी नहीं छू सके जबकि तीन बल्लेबाज अपना खाता भी नहीं खोल पाए। एक समय टीम की स्थिति ऐसी हो गई की 7 रन के अंतर पर इंग्लैंड ने 6 विकेट गंवा दिए।

विश्व कप में शानदार प्रदर्शन के इनाम के रूप में पहली बार टेस्ट टीम में जगह बनाने वाले जेसन रॉय और जो बर्न की जोड़ी इंग्लैंड के लिए पारी की शुरुआत करने उतरी। लेकिन ये जोड़ी कोई कमाल नहीं कर सकी। करियर का पहला टेस्ट खेल रहे जेसन रॉय 8 रन के स्कोर पर मुर्ताग की गेंद पर पहली स्लिप पर लपके गए।

रॉय के आउट होने के बाद बल्लेबाजी करने आए जो डेनली ने तेजी से बल्लेबाजी करते हुए पारी को आगे बढ़ाया लेकिन 28 गेंद पर 23 रन की पारी खेलने के बाद वो अडेर की गेंद पर एलबीडबल्डू करार दिए गए। इसके बाद जो बर्न भी 36 के स्कोर पर पवेलियन लौट गए। ऐसे में इंग्लैंड को स्कोर 3 विकेट पर 36 रन हो गया। इसके बाद लगातार विकेट गिरने का सिलसिला शुरू हो गया और इंग्लैंड की टीम 36 रन पर 1 विकेट से 43 रन पर 7 विकेट के स्कोर पर पहुंच गई। महज 19 गेंद के अंतराल में इंग्लैड ने जो डेनली, रोरी बर्न्स, जो रूट, जॉनी बेयर्स्टो, क्रिस वोक्स और मोईन अली के विकेट गंवा दिए।
7 विकेट गंवाने के बाद स्टुअर्ट ब्रॉड, सैम कुरेन और ओली स्टोन्स ने छोटी-छोटी साझेदारी कर अपनी टीम को बड़े स्कोर तक पहुंचाने की कोशिश की लेकिन आयरिश गेंदबाजों ने इंग्लिश बल्लेबाजों की एक नहीं चलने दी और पूरी टीम को 85 रन पर ढेर कर दिया।