नई दिल्ली: भारतीय पुरुष क्रिकेट टीम के कोचिंग स्टाफ में बदलाव की प्रक्रिया तेजी से चल रही है. बीसीसीआई को संचालित करने वाली प्रशासकों की समिति (सीओए) ने टीम इंडिया (Team India) के कोचिंग स्टाफ के लिए आवेदन मांगे हैं. आवेदन के लिए अंतिम तारीख 30 जुलाई है. ऐसी खबरें हैं कि सीओए कोचिंग स्टाफ की नियुक्ति की जिम्मेदारी कपिल देव, अंशुमन गायकवाड़ और शांता रंगास्वामी को दे सकती है.

वैसे, कपिल देव, अंशुमन गायकवाड़ और शांता रंगास्वामी को कोचिंग स्टाफ चुनने के लिए अभी तक औपचारिक तौर से नियुक्त नहीं किया गया है. बीसीसीआई के एक अधिकारी ने इस बारे में कहा, ‘इन लोगों को अभी तक औपचारिक तौर पर नियुक्त नहीं किया गया है, लेकिन चर्चाएं जारी हैं. इसलिए इस मुद्दे पर कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी.’

इन तीनों (कपिल, अंशुमन और शांता) में से एक पूर्व क्रिकेटर ने कहा, ‘मैं अपने बारे में तभी कुछ कह सकता हूं जब प्रक्रिया पूरी हो जाएगी और मेरे पास औपचारिक नियुक्ति पत्र हाथ में होगा.’ एड हॉक सीएसी भारतीय पुरुष टीम के मुख्य कोच को नियुक्त करेगी तो वहीं बीसीसीआई के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) राहुल जौहरी अन्य सहयोगी स्टाफ की नियुक्ति करेंगे, जो नए संविधान के मुताबिक होगा.

कपिल, अंशुमन और शांता की तिकड़ी ने ही कुछ दिन पहले महिला टीम के कोच डब्ल्यूवी. रमन की नियुक्ति की थी. यह तब हुआ था जब सचिन तेंदलुकर, सौरव गांगुली और वीवीएस. लक्ष्मण की क्रिकेट सलाहकार समिति (सीएसी) ने कोच नियुक्ति से मना कर दिया था और अपनी जिम्मेदारियों के बारे में सीओए से स्पष्टीकरण मांगा था. सचिन, सौरव और लक्ष्मण ने यह तभी किया था, जब इन तीनों पर सीएसी का सदस्य रहते हुए आईपीएल फ्रेंचाइजियों के साथ जुड़ने को लेकर हितों के टकराव का मुद्दा उठा था.

बीसीसीआई ने मुख्य कोच समेत कोचिंग स्टाफ के लिए कड़ी शर्तें रखी हैं. इसके मुताबिक हेड कोच की उम्र 60 साल से कम होनी चाहिए. इसके अलावा हेड कोच वही व्यक्ति बन सकता है, जिसके पास कोचिंग में लेवल-3 का क्वालिफिकेशन हो. अगर वह उसके पास यह क्वालिफिकेशन नहीं है तो उसके पास कम से कम 30 टेस्ट या 50 वनडे का अनुभव होना चाहिए.