बागपत : बागपत जिले के दोघट क्षेत्र में एक मस्जिद के इमाम के साथ कुछ युवकों ने कथित रुप से मारपीट कर उनकी दाढ़ी नोच ली और उनपर 'जय श्री राम' के नारे लगाने का दबाव बनाया। पुलिस अधीक्षक शैलेश कुमार पाण्डेय ने रविवार को बताया कि प्रथम दृष्टया यह मामला सिर्फ मारपीट का लग रहा है। फिर भी तहरीर के आधार पर पुलिस ने करीब 12 युवकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरु कर दी है। जांच रिपोर्ट के आधार पर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

उन्होंने दर्ज रिपोर्ट के आधार पर बताया कि मुजफ्फरनगर के जौला के निवासी इमलाकुर्रहमान शनिवार की शाम मोटरसाइकिल से सरधना से अपने गांव जा रहे थे। रास्ते में दोघट थाना क्षेत्र के सरौरा गांव के पास सड़क के किनारे खड़े करीब 12 युवकों ने उन्‍हें रोक लिया और मारपीट कर उनकी दाढ़ी नोच ली। वह सरधना की एक मस्जिद में इमामत करते हैं।

इमाम का आरोप है कि युवक उनसे जबरन 'जय श्री राम' का नारा लगवाना चाहते थे। इमाम के शोर मचाने पर राहगीर एवं उनके ही गांव के सुहैल तथा नदीम मौके पर पहुंचे और उन्हें हमलावर युवकों के चंगुल से छुड़ाया। तहरीर में आरोप है कि युवक इमाम को यह धमकी देकर चले गए कि यहां दोबारा मत आना। अगर आना है तो दाढ़ी कटवाकर आना होगा।

बता दें कि ये पहला मामला नहीं है इसके पहले भी झारखंड के सरायकेला खरसावां जिले से ऐसी ही घटना सामने चुकी है जिसमें पीड़ित युवक की मौत हो गई थी। इस मामले ने पूरे देश का ध्यान आकर्षित किया था।

हाल ही में झारखंड के सरायकेला-खरसावां जिले के घातकीडीह गांव में लोकल लोगों ने बाइक चोरी के आरोप में तबरेज नाम के मुस्लिम युवक इतना पीटा कि इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। इतना ही नहीं उससे पिटाई के दौरान जय श्री राम' और 'जय हनुमान' के नारे लगवाए गए। तबरेज अंसारी को भीड़ से मारपीट रोकने के लिए निवेदन करते हुए देखा जा रहा था।

तबरेज के परिजनों का आरोप है कि उसे इसलिए पीटा गया क्योंकि वह एक मुस्लिम था। तबरेज अंसारी की पीट-पीटकर की गई हत्या के मामले में अब तक 11 लोगों की गिरफ्तारी हो गई है।