लखनऊ: वसीम रिज़वी के पैगंबर हज़रत मुहम्मद स0अ0 की पत्नी हज़रत आयशा के जीवन पर विवादास्पद, उत्तेजक और अश्लील फिल्म बनाये जाने की इमामे जुमा मौलाना कलबे जवाद नकवी ने कडी निंदा की। मौलाना ने कहा कि उत्तर प्रदेश और केंद्र सरकार को इस फिल्म के बनाने पर प्रतिबंध लगाना चाहिए क्योंकि इससे देश का माहौल खराब होगा और मुसलमानों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पुहंचेगी। मौलाना ने कहा कि वसीम रिज़वी एक इज़रायली और मुसलमानों के कातिलों का एजेंट है जो इस तरह की हरकतें कर रहा है, लेकिन जिस तरह यह पहले नाकाम रहा है आगे भी उसी तरह नाकाम होगा।

मौलाना कलबे जवाद नकवी ने कहा कि इससे पहले, वसीम रिजवी ने करोंडों रुपये की लागत से फिल्म बनाई थी,जिसका का उद्देश्य शिया . सुन्नी और हिंदु एवं मुसलमानों को लडवाना था, लेकिन उसकी यह फिल्म बुरी तरह से नाकाम साबित हुई, उस फिल्म को ना हिंदुओं ने देखा और ना मुसलमानों ने। अब वह एक और फिल्म बनाकर भारत में सांप्रदायिक दंगे कराने की कोशिश कर रहा है, इसलिए सरकार को तुरंत इस फिल्म पर प्रतिबंध लगाना चाहिए।

वसीम रिज़वी के भ्रष्टाचार पर बोलते हुए मौलाना ने कहा कि वसीम रिज़वी को पूरी तरह से सरकार का समर्थन हासिल है अगर ऐसा नहीं होता तो अबतक उस पर वक्फ भ्रष्टाचार और बेइमानिायों के आधार पर कानूनी कार्यवाही होगई होती, सरकार को वसीम रिज़वी का समर्थन बंद करना चाहिए और उस पर सख्त कार्यवाही होनी चाहिए। मौलाना ने कहा कि सबसे बड़ा सवाल यह है कि फिल्में बनाने के लिए उसके पास करोड़ों रुपये कहां से आरहे है ं,इस बात से सरकार जानबूझकर अनदेखी कर रही है, इस्से साबित होता है कि उसे सरकार का भरपुर समर्थन है।