बर्मिंघम: मेजबान इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले जा रहे आईसीसी क्रिकेट विश्व कप के दूसरे सेमीफाइनल में कुछ वैसे ही दृश्य देखने को मिले, जो बुधवार को खेले गए पहले सेमीफाइनल में देखे गए थे। इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी कर रही ऑस्ट्रेलियाई टीम को तीन शुरुआती झटके देकर बैकफुट पर धकेल दिया। इंग्लैंड के तेज गेंदबाजों ने किसी भी ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज को टिकने का समय भी नहीं दिया।

जोफ्रा आर्चर और वोक्स ने शुरुआती कुछ ओवरों में स्विंग गेंदबाजी का शानदार प्रदर्शन किया। इस मैच के दौरान एक दृश्य ऐसा भी देखने को मिला जिसे कोई भी क्रिकेट प्रेमी कभी नहीं देखना चाहेगा। ऑस्ट्रेलियाई पारी का आठवां ओवर जोफ्रा आर्चर कर रहे थे और सामने विकेटकीपर बल्लेबाज एलेक्स कैरी बल्लेबाजी कर रहे थे। आर्चर के ओवर की आखिरी गेंद ने काफी उछाल लिया और वो कैरी के हेल्मेट पर जा लगी।

गेंद में इतनी रफ्तार थी कि उनका हेल्मेट उतर आया और उनकी ठुड्डी (Chin) से खून निकल आया। इसके बाद कैरी ने तुरंत ड्रेसिंग रूम की तरफ इशारा किया और फीजियो बिना देर किए मैदान पर पहुंचे। कैरी की चोट को देखकर ऐसा लग रहा था कि वो अब बल्लेबाजी जारी नहीं कर पाएंगे, लेकिन इसके बावजूद उन्होंने अपनी बल्लेबाजी जारी रखते हुए टीम के प्रति समर्पण और जज्बे का परिचय दिया। हालांकि, कैरी अपनी पारी को ज्यादा आगे नहीं ले जा सके और 70 गेंदों पर 46 रन बनाकर आदिल रशिद की गेंद पर आउट हो गए।

हालांकि, ये पहली बार नहीं है कि किसी ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी ने चोट के बाद भी मैदान में खेलना जारी रखा है। इससे पहले 2011 विश्व कप के दौरान भारत के खिलाफ मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज ब्रेट ली भी चोटिल होने के बावजूद मैदान में खेलना जारी रखा था। इस तरह से ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों का खेल के प्रति जुझारूपन कोई नई बात नहीं है। अब ये देखना दिलचस्प होगा कि क्या कैरी ऑस्ट्रेलिया को स्मिथ के साथ मिलकर एक सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचा पाते हैं या नहीं।