नई दिल्ली : महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) के प्रमुख राज ठाकरे ने एक बार फिर देश के चुनाव प्रक्रिया पर सवाल उठाया। उन्होंने चुनाव आयोग को लिखा कि देश की चुनावी प्रक्रिया में विश्वास बहाल करें। उन्होंने लिखा कि पिछले कुछ वर्षों में जिस तरह से चुनाव कराए गए हैं और ईवीएम पर सवाल उठाए गए गए हैं। इससे लोगों में असंतोष फैला है। हम आपसे अनुरोध करते हैं बैलेट पेपर से चुनाव कराएं। उन्होंने चुनाव आयोग से अपील की कि महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव करवाने के लिए सिर्फ बैलेट पेपर का इस्तेमाल करें।

विपक्षी दलों द्वारा ईवीएम की विश्वसनीयता पर उठाए जाने के बीच कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने बुधवार को राज्यसभा में चुनाव सुधार की आवश्यकता के विषय पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए कहा कि एक देश एक चुनाव और ईवीएम की विश्वसनीयता जैसे गंभीर विषयों पर विपक्षी दलों ने न सिर्फ दोहरा रवैया अपनाया है बल्कि उनका यह रवैया जनता को गुमराह करने वाला भी है। ईवीएम की विश्वसनीयत पर उन्होंने कहा, 'मनमोहन सिंह दो बार प्रधानमंत्री बनें तो ईवीएम सही है, ममता बनर्जी, मायावती और डीएमके उसी ईवीएम से जब चुनाव जीतें तो ईवीएम सही है, लेकिन मोदी अगर दो बार जीतें तो ईवीएम खराब है। यह दोहरा रवैया छोड़ राजनीतिक दल ईमानदारी से अपने चुनाव रिजल्ट की समीक्षा करें।'

लोकसभा चुनाव 2019 में बीजेपी की शानदार जीत के विपक्षी दलों ने ईवीएम को लेकर फिर से संदेह जताया था। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता वीरप्पा मोइली ने कहा था इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) को लेकर गंभीर संदेह हैं और यह तय करने के लिए जनमत संग्रह होना चाहिए कि चुनाव ईवीएम से हों या फिर बैलेट पेपर से कराए जाएं। उन्होंने यह भी कहा था कि यह जनमत संग्रह भी बैलेट पेपर के जरिए होना चाहिए और देश की जनता जिसके पक्ष में निर्णय दे, आगे से चुनाव उसी माध्यम से होना चाहिए। उन्होंने कहा था कि ईवीएम मशीनों पर हर कोई संदेह कर रहा है। ईवीएम मशीनों को लेकर बहुत गंभीर संदेह है। अमेरिका जैसा देश भी ईवीएम का इस्तेमाल करने के बाद बैलेट पेपर की तरफ लौट गया।