नई दिल्ली: बीजेपी के राज्यसभा सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री सुब्रमण्यम स्वामी ने मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के पहले बजट में किसानों की आय 2022 तक दोगुनी करने को सुंदर सपना करार दिया है। उन्होंने कहा है कि 2018 वर्ष के आधार पर किसानों की आय दोगुनी करना मुश्किल है क्योंकि इन चार वर्षों में आय दोगुनी करने के लिए मिश्रित औसत वार्षिक दर 18 फीसदी होनी चाहिए, जबकि मौजूदा समय में किसानों की आय की वास्तविक विकास दर मात्र दो फीसदी है। स्वामी ने इसे ही सुंदर सपना करार दिया है।

इतना ही नहीं स्वामी ने भारतीय अर्थव्यवस्था को दुनिया की छठी बड़ी अर्थव्यवस्था बताने पर भी आपत्ति जताई है। बता दें कि निर्मला सीतारमण ने आज (5 जुलाई) को लोकसभा में अपना पहला बजट पेश किया। बजट भाषण पढ़ते हुए सीतारमण ने गांव, गरीब और किसान का जिक्र करते हुए बजट में उन पर विशेष जोर दिया। वित्त मंत्री ने बजट भाषण में कहा कि हम कृषि अवसंरचना में व्यापक निवेश करेंगे।

वित्त मंत्री ने कहा कि आजादी के 75वीं वर्षगांठ यानी 2022 तक हम किसानों की आय दोगुनी हो सकती है। इसके लिए ई-किसान का लाभ पहुंचाने के लिए राज्य सरकारों से मिलकर काम करेंगे। उन्होंने कहा कि किसानों के लिए अर्थव्यवस्था का मान सुनिश्चित करने के लिए हम अगले पांच वर्षों में 10 हजार नए किसान उत्पादक संगठन बनाने की आशा करते हैं।