नई दिल्ली: बीजेपी की अनुशासन समिति ने इंदौर के विधायक आकाश विजयवर्गीय को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. आकाश विजयवर्गीय ने बीते महीने नगर निगम के कर्मचारी की सरेआम बल्ले से पिटाई कर दी थी. आकाश के इस व्यवहार से पूरे देश की सियासत में हलचल मच गई थी और पीएम मोदी ने भी इस घटना पर नाराजगी जाहिर की थी. नाराज पीएम ने BJP संसदीय दल की बैठक के दौरान साफ कर दिया था कि आकाश विजयवर्गीय का व्यवहार अस्वीकार्य है और उनके खिलाफ कार्रवाई करनी होगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सांसदों से कहा था, 'अगर हमें एक विधायक खोना पड़ता है, तो यही सही. ऐसा दोबारा होने से रोकने के लिए हमें उदाहरण प्रस्तुत करना होगा.'

निगम अधिकारी की क्रिकेट बैट से पिटाई किए जाने का जिक्र 'इंदौर की घटना' के रूप में करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा था, 'वह कोई भी हों, किसी के भी पुत्र हों, इस तरह का घमंड और व्यवहार बर्दाश्त नहीं किया जा सकता और उनके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए.' बताया गया कि प्रधानमंत्री ने आकाश विजयवर्गीय की टिप्पणी 'निवेदन, आवेदन, दनादन' का भी जिक्र किया, और कहा, 'यह किस तरह की भाषा है.?'

गौरतलब है कि अवैध कब्जों को हटाने के लिए पहुंचे निगम अधिकारी को दौड़ा-दौड़ाकर क्रिकेट बैट से मारते हुए कैमरे में कैद हो जाने के बाद इंदौर से BJP के विधायक आकाश विजयवर्गीय को गिरफ्तार किया गया था. उसके बाद भी आकाश ने पत्रकारों से बातचीत में कहा था, 'पहले आवेदन, फिर निवेदन और फिर दनादन.'

रविवार को जमानत पर रिहा होने के बाद आकाश विजयवर्गीय का उनके पिता कैलाश विजयवर्गीय और अन्य लोगों ने नायक के रूप में माला पहनाकर स्वागत किया था.