नई दिल्ली: भारतीय टीम के मिडिल ऑर्डर के बल्लेबाज अंबाती रायुडू ने क्रिकेट के सभी फॉर्मेट्स से संन्यास का ऐलान कर दिया है, मीडिया रिपोर्ट्स में ये जानकारी सामने आई है।

अंबाती रायुडू ने ये कदम भारत की वर्ल्ड कप टीम में चोटिल विजय शंकर की जगह मयंक अग्रवाल को शामिल किए जाने के बाद उठाया है।

वर्ल्ड कप की स्टैंड बाय लिस्ट में शामिल रायुडू पहले शिखर धवन और फिर विजय शंकर के चोटिल होने के बाद टीम इंडिया में शामिल होने की कतार में थे, लेकिन चयनकर्ताओं ने पहले क्रमश: ऋषभ पंत और फिर मयंक अग्रवाल को मौका देते हुए रायुडू को नजरअंदाज किया।

रायुडू को वर्ल्ड कप 2019 में नंबर 4 पर खेलने का प्रबल दावेदार माना जा रहा था, लेकिन चयनकर्ताओं ने तमिलनाडु के ऑलराउंडर विजय शंकर को मौका देते हुए चौंका दिया था। चयनकर्ता ने विजय शंकर को चुनने की वजह बताते हुए कहा था कि वह 'थ्री डायमेंशनल' (फील्डिंग, बैटिंग, बॉलिंग में माहिर) खिलाड़ी हैं, और इसी वजह से उन्हें रायुडू पर तवज्जो दी गई।

चयनकर्ताओं के इस फैसले के बाद रायुडू ने तंज कसते हुए ट्वीट किया था कि, वह वर्ल्ड कप 2019 'थ्री डी' चश्मे से देखेंगे। रायुडू को न सिर्फ वर्ल्ड कप टीम के लिए पहली बार नजरअंदाज किया गया था बल्कि बल्कि शिखर धवन के चोटिल होने और अब खुद विजय शंकर के चोट की वजह से बाहर होने के बावजूद भारतीय टीम में मौका नहीं मिला।

2013 में जिम्बाव्वे के खिलाफ अपना वनडे डेब्यू करने वाले अंबाती रायुडू ने अपना आखिरी वनडे इस साल ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ रांची में खेला है।

उन्होंने भारत के लिए 55 वनडे में 47.05 के औसत से 1694 रन बनाए, जिनमें तीन शतक और 10 अर्धशतक लगाए। इसके अलावा उन्होंने छह टी20 इंटरनेशनल मैचों में 42 रन बनाए। रायुडू को भारत के लिए टेस्ट मैच खेलने का मौका नहीं मिला।

पिछले साल अंबाती रायुडू ने वनडे और टी20 पर फोकस करने के लिए प्रथम श्रेणी क्रिकेट से संन्यास लिया था। रायुडू ने इसके साथ ही अपने 17 साल लंबे प्रथम श्रेणी करियर का पटाक्षेप किया था, जिसमें उन्होंने 97 मैचों में 6151 रन बनाए थे।

आईपीएल में अंबाती रायुडू चेन्नई सुपरकिंग्स और मुंबई इंडियंस की तरफ से खेले। उन्होंने 2018 में चेन्नई सुपरकिंग्स की खिताबी जीत में अहम भूमिका निभाई थी।