नई दिल्ली: गुजरात के उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल का मानना है कि गुड्स ऐंड सर्विसेज टैक्स यानी जीएसटी का लागू होना देश हित में है। हालांकि, उनका यह भी कहना है कि इस व्यवस्था के लागू होने की वजह से गुजरात को 4 से 5 हजार करोड़ रुपये सालाना का नुकसान हो रहा है। जीएसटी लागू होने की दूसरी सालगिरह के मौके पर अहमदाबाद में आयोजित एक कार्यक्रम में पटेल संबोधित कर रहे थे। पटेल का दावा है कि जीएसटी आसान और पारदर्शी व्यवस्था बनाने की दिशा में उठाया गया कदम है, जो अगली पीढ़ी के लिए बेहद फायदेमंद साबित होगा।

उन्होंने कहा कि हमेशा आर्थिक फायदा या नुकसान नहीं देखा जा सकता। भले ही इस व्यवस्था की वजह से गुजरात को आर्थिक नुकसान पहुंचा हो, लेकिन भविष्य में हालात बेहतर होंगे। नितिन पटेल ने जीएसटी लागू करने का क्रेडिट पीएम नरेंद्र मोदी को दिया और कहा कि अगर पीएम कोई कानून बना रहे हैं तो सबसे ज्यादा ध्यान गुजरात का रखा जाएगा। डिप्टी सीएम ने कहा कि जीएसटी से जुड़ी प्रक्रिया मनमोहन सिंह के वित्त मंत्री रहने के दौरान ही शुरू हो गई थी। फिर चिदंबरम और प्रणब मुखर्जी के वित्त मंत्री रहने और मनमोहन के पीएम कार्यकाल के दौरान भी प्रक्रिया जारी रही। नितिन के मुताबिक, इस काम को एक गुजराती शख्स यानी पीएम नरेंद्र मोदी ने पूरा किया।

बता दें कि जीएसटी कलेक्शन जून में एक लाख करोड़ रुपये के आंकड़े तक नहीं पहुंच पाया है और यह 99,939 करोड़ रुपये ही रहा। जून के मुकाबले पिछले तीन महीने के दौरान जीएसटी कलेक्शन एक लाख करोड़ रुपये से अधिक रहा था। हालांकि, जून 2018 के मुकाबले इस साल यह 4.52 प्रतिशत अधिक है। जून महीने में जीएसटी कलेक्शन मई के 1,00,289 करोड़ रुपये के मुकाबले कम रहा है लेकिन यह पिछले साल जून के 95,610 करोड़ रुपये से अधिक है। आंकड़ों के मुताबिक, 30 जून 2019 तक कुल दाखिल जीएसटीआर-3बी रिटर्न की संख्या 74.38 लाख पर पहुंच गई, जो मई में 72.45 लाख थी। वित्त राज्यमंत्री अनुराग ठाकुर ने इन आंकड़ों पर कहा कि सरकार चालू वित्त वर्ष के जीएसटी कलेक्शन के लक्ष्य को हासिल कर लेगी।