संस्कृति होम्योपैथिक कॉलेज का बरोली में निशुल्क स्वास्थ परीक्षण शिविर

मथुरा: संस्कृति होम्योपैथिक कॉलेज एवं हॉस्पिटल के विशेषज्ञों द्वारा बुधवार को ग्राम बरोली में लगाए निशुल्क स्वास्थ परीक्षण एवं उपचार शिविर में महिलायें, बच्चे एवं पुरुषों ने उपस्थिति दर्ज कराकर लाभान्वित हुए। इस एक दिवसीय निशुल्क स्वास्थ परीक्षण शिविर में संस्कृति होम्योपैथिक कॉलेज एवं हॉस्पिटल के विशेषज्ञ चिकित्सकों ने सभी मरीजों का स्वास्थ परीक्षण कर उन्हें उचित चिकित्सा परामर्श प्रदान किया। मरीजों को उनके रोग से सम्बंधित दवाइयां मरीजों को संस्कृति होम्योपैथिक कॉलेज एवं हॉस्पिटल के विशेषज्ञों द्वारा मुफ्त प्रदान किया गया। संस्कृति होम्योपैथिक कॉलेज एवं हॉस्पिटल की अधीक्षक डॉ. अंजलि अनिल बाबर ने बताया कि संस्कृति होम्योपैथिक कॉलेज एवं हॉस्पिटल लोगों के स्वास्थ में सुधार लाने के उद्देश्य से निरंतर निशुल्क स्वास्थ परीक्षण शिविर एवं चिकित्सा शिविर का आयोजन समय समय पर करता रहा है। इसी कड़ी में बुधवार को ग्राम बरोली में निशुल्क स्वास्थ परीक्षण शिविर का विधिवत आयोजन किया गया।

डॉ. अंजलि अनिल बाबर ने बताया कि होम्योपैथिक चिकित्सा पद्धति केवल लक्षण एवं बीमारी की ही नहीं, बल्कि लक्षण एवं बीमारी के मूल कारण एवं व्यक्ति के सम्पूर्ण शरीर का उपचार करती है। हर प्रकरण में मरीज की सम्पूर्ण मानसिक एवं शारीरिक जांच करने के उपरान्त मर्ज़ को जड़ से दूर करने के लिए उपुक्त दवा दी जाती है। ऐसा करने से बीमारी, बीमारी के लक्षण एवं बीमारी पैदा करने वाले कारणों को समूल नाश हो जाता है। होम्योपैथिक दवाइयां मानसिक एवं भावनात्मक असंतुलन का भी उपचार अच्छे तरीके से करने में समर्थ हैं। होम्योपैथिक पद्धति काफी सरल और कम खर्चीली है और दवाइयां सुलभ और आसानी से उपलब्ध हैं।

होम्योपैथिक दवाइयों से मानव शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता में भी सतत वृद्धि होती जाती है जिसके कारण मनुष्य निरोग हो जाता है और भविष्य में रोग से ग्रसित होने की संभावनाएं भी काम हो जाती हैं। संस्कृति होम्योपैथिक कॉलेज एवं हॉस्पिटल द्वारा आयोजित शिविर में डॉ अनिल कुशवाहा ने बाल एवं शिशु रोग सम्बन्थित विषयों पर लोगों को सम्बोधित तथा प्रशिक्षित किया। डॉ. कुशवाहा ने बताया की होम्योपैथिक पद्धति एवं दवाइयां बाल एवं शिशु रोगों के लिए काफी कारगर हैं और अंग्रेजी दवाइयों की अपेक्षा इसकी साइड इफेक्ट्स भी लगभग नगण्य हैं। होम्योपैथिक पद्धति एवं दवाइयां को महिलाओं के विभिन्न स्त्री रोग सम्बंधित प्रकरणों में भी काफी लाभदायक तथा स्वास्थवर्धक पाया गया है।

कैंप प्रभारी डॉ. बी एन पटसारिया ने बताया कि इस तरह के हेल्थ कैम्प्स करने का उद्देश्श्य मथुरा एवं आस पास के गावों में रहने वाले तथा दूरस्थ इलाके में निवासरत लोगो को उनके गांव में ही उच्च स्तरीय निशुल्क स्वास्थ सेवाएं प्रदान करना है। उन्होंने बताया कि संस्कृति होम्योपैथिक कॉलेज एवं हॉस्पिटल के विशेषज्ञों द्वारा हर माह अलग अलग गावों में जाकर निशुल्क स्वास्थ परीक्षण शिविर लगाया जाएगा। इस निशुल्क स्वास्थ परीक्षण शिविर में डिस्पेंसर सुखराज एवं उनके सहयोगी द्वारा मरीजों को दवाइयों का निशुल्क वितरण किया गया। दवा वितरण के पश्चात सभी मरीजों को दवा सेवन की विधि तथा खान पान से सम्बंधित अन्य परहेजों के बारे में भी विस्तार से बताया गया।

कुलपति डॉ. राणा सिंह ने सभी चिकित्सा विशेषज्ञों को बधाई देते हुए कहा कि आने वाले समय में संस्कृति होम्योपैथिक कॉलेज एवं हॉस्पिटल के विशेषज्ञों द्वारा विभिन्न गावों में जाकर निशुल्क स्वास्थ परीक्षण शिविर लगाने की प्रक्रिया अनवरत रूप से जारी रहेगी।