नई दिल्ली : भारतीय कप्तान विराट कोहली पर शनिवार को साउथेम्प्टन में अफगानिस्तान के खिलाफ खेले गए मुकाबले के दौरान अत्यधिक अपील करने के लिए मैच फीस का 25 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया है। कोहली को आईसीसी आचार संहिता के लेवल 1 के उल्लंघन का दोषी पाया गया है और सितंबर 2016 में संशोधित संहिता की शुरुआत के बाद से यह उनका दूसरा अपराध है। यह घटना अफगानिस्तान की पारी के 29वें ओवर में घटित हुई। वो ओवर जसप्रीत बुमराह डाल रहे थे और सामने रहमत शाह बल्लेबाजी कर रहे थे।

बुमराह की एक गेंद रहमत शाह के पैड पर लगी और भारतीय कप्तान विराट कोहली अपील करते हुए अंपायर अलीम दार के पास पहुंच गए। कोहली को इस LBW के लिए जरूरत से ज्यादा अपील करने का दोषी पाया गया है। आईसीसी की प्रेस रिलीज के मुताबिक, कोहली को आईसीसी आचार संहिता के अनुच्छेद 2.1 का दोषी पाया गया, जो 'अंतर्राष्ट्रीय मैच के दौरान अत्यधिक अपील' से संबंधित है। इस अधिनियम का उल्लंघन करने पर खिलाड़ी को न्यूनतम जुर्माना लगाया जाता है। जबकि, अधिकतम जुर्माना 50 प्रतिशत मैच फीस के साथ-साथ 1 या 2 डिमेरिट प्वाइंट हैं।

30 वर्षीय विराट ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया है और अमीरात आईसीसी एलीट के मैच रेफरी क्रिस ब्रॉड द्वारा प्रस्तावित स्वीकृति को स्वीकार कर लिया है। ऑन-फील्ड अंपायर अलीम दार और रिचर्ड इलिंगवर्थ के साथ कोहली के रवैय्ये को देखते हुए, तीसरे अंपायर रिचर्ड केटलबोरो और चौथे अधिकारी माइकल गफ ने मामले में कोहली के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उनकी मैच की 25 प्रतिशत फीस काटने का फैसला सुनाया।

अब कोहली के अनुशासनात्मक रिकॉर्ड में दो डिमेरिट अंक हैं, इससे पहले 15 जनवरी 2018 को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ भारत की टेस्ट सीरीज़ के दौरान कोहली को पहली बार अनुशासनात्मक रिकॉर्ड में डिमेरिट अंक दिया गया था। आईसीसी के नियमों के अनुसार अगर खिलाड़ी को 24 महीनों में 4 डिमेरिट अंक मिल जाते हैं, तो उस पर प्रतिबंध (बैन) लगाया जा सकता है। दो सस्पेंशन प्वाइंट होने पर एक टेस्ट या दो वनडे या दो टी-20 के लिए बैन लगाया जा सकता है।

इस विश्व कप में भारतीय टीम अभी तक अजेय है और टीम का अगला मुकाबला 27 जून को वेस्टइंडीज के साथ होना है। ऐसे में विराट सेना इस मैच को जीतकर अंक तालिका में अपनी स्थिति में सुधार करना चाहेगी।