नई दिल्ली: आईसीसी वर्ल्ड कप 2019 में रविवार (16 जून, 2019) को भारत के हाथों पाकिस्तान की करारी हार पर तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने टीम के कप्तान सरफराज अहमद की खूब आलोचना की। उन्होंने पाकिस्तानी कप्तान को ब्रेनलेस करार देते हुए कहा, ‘चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान जो गलती भारत ने की वही गलतियां पाकिस्तान ने विश्व कप में दोहरा दीं।’ अख्तर ने कहा कि ‘चैंपियंस ट्रॉफी में विराट कोहली ने मैच जीता और पाकिस्तान को बैटिंग कराई और अच्छे विकेट पर पाकिस्तान ने 338 रन बना दिए। रविवार को पाकिस्तान ने वहीं गलती की। टॉस जीता और अच्छी बैटिंग विकेट के ऊपर विराट कोहली को बैटिंग करा दी। इसमें कोई शक नहीं कि उनके पास बड़े बल्लेबाज हैं जो लंबे-चौड़े रन बनाते हैं।’

विश्व कप में पाकिस्तान की भारत के हाथों यह लगातार सातवीं हार है। रविवार को टॉस जीतने के बाद सरफराज ने भारत को बल्लेबाजी का न्योता दिया। पहले बल्लेबाजी मिलने पर भारतीय बल्लेबाजों ने पाकिस्तान गेंदबाजी की धज्जियां उड़ा दीं। मैच में रोहित शर्मा ने जहां 140 रनों की बड़ी पारी खेली वहीं केएल राहुल (57) और कप्तान विरोट कोहली (77) ने भी महत्वपूर्ण पारी खेली।

पाकिस्तान की करारी हार पर पूर्व तेज गेंदबाज ने कहा, ‘मुझे समझ नहीं आता कि कोई इतना ब्रेनलेस कप्तान कैसे हो सकता है। उन्हें इतनी सोच भी नहीं आई कि हम लक्ष्य का पीछा अच्छा नहीं करते है। उन्हें पता होना चाहिए कि पाकिस्तान का मजबूत पक्ष बल्लेबाजी नहीं गेंदबाजी है।’ शोएब अख्तर ने कहा, ‘आपने जब टॉस जीता वहीं आप आधा मैच जीत चुके थे। मगर आपने मैच ना जीतने की कोशिश की। यह ब्रेनलेस कप्तानी थी और ब्रेन लेस मैनेजमेंट था। कोई सोच-समझ नहीं। मैच में टॉस के महत्वपूर्ण मायने थे। पहले बल्लेबाजी के दौरान पाकिस्तान अगर 260 रन भी बनाता तो मैच जीतने में कामयाब हो सकता था क्योंकि जरुरी रन रेट का प्रेशर होता है। मगर सरफराज को समझाए कौन? समझ उनको आती नहीं है। पूरा इतिहास उठाकर देख लो। रनों का पीछा करते हुए ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पाकिस्तान हार गया। मैं चाहता था कि इसमें थोड़ा सा इमरान खान डाल दूं मगर बहुत देर हो गई।’

शोएब अख्तर ने पाकिस्तान की गेंदबाजी की भी खूब आलोचना की। उन्होंने कहा कि हसल अली वाघा बॉर्डर पर छलांगे मारते हैं। उन्हें मैच के दौरान कुछ अच्छा करना चाहिए। मगर भारत के खिलाफ सारी गेंदें शॉट पिच फेंकी। अख्तर ने कहा, ‘चीजें जब अच्छी लगती हैं जब आप 6-7 विकेट लेते हैं मगर उन्होंने 9 ओवर में 84 रन लुटा दिए। समझ नहीं आता कि वह किस माइंडसेट से खेल रहा है। उसकी सोच यहीं है कि टी-20 खेलता रहे।’ अख्तर ने कहा कि पाकिस्तान का इतिहास ही नहीं रहा लक्ष्य का पीछा करने का, इसलिए जब टॉस जीता तो पहले बल्लेबाजी करनी चाहिए थी।