नई दिल्ली: इस बार उत्तराखंड के चार धामों और हेमकुंड साहिब में तीर्थयात्रियों की संख्या रिकॉर्ड तोड़ रही है। हेमकुंड साहिब समेत उत्तराखंड के चार धामों गंगोत्री-यमुनोत्री, केदारनाथ और बदरीनाथ में 17 लाख 15 हजार 413 तीर्थयात्री एक महीने में ही पहुंच चुके हैं। यह एक रिकॉर्ड है। जबकि पिछले साल चारधाम यात्रा सीजन के शुरुआती 30 दिनों में चारों धामों में 11 लाख 10 हजार 777 तीर्थयात्री ही आए थे।

पिछले साल के मुकाबले इस साल 30 दिनों में छह लाख चार हजार 636 तीर्थयात्री ज्यादा आए हैं। पिछले साल पूरे चारधाम यात्रा सीजन के दौरान कुल 27 लाख 81 हजार 428 तीर्थयात्री आए थे। यह जानकारी उत्तराखंड के पर्यटन विभाग की नोडल अधिकारी सीमा शर्मा ने दी। रूद्रप्रयाग के रहने वाले सामाजिक कार्यकर्ता अनुसुया प्रसाद मलासी का कहना है कि चारधाम यात्रा में तीर्थयात्रियों की तादाद बढ़ने का प्रमुख कारण इस बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के केदारनाथ और बदरीनाथ में आना तथा चारों धामों में कपाट खुलने के बाद भी जमकर बर्फबारी होना है।

गर्मियों में मैदानी क्षेत्रों से पर्यटक ठंड का आनंद लेने के लिए चारों धामों की ओर आकर्षित हो रहे हैं। क्योंकि इन चारों धामों के कई यात्रा मार्ग में अभी भी चार से पांच फुट तक बर्फ जमी हुई है। उनका कहना है कि प्रधानमंत्री मोदी ने जिस तरह केदारनाथ में ध्यान गुफा में तपस्या की और केदारनाथ मंदिर में बड़े भक्ति भाव से पूजा-अर्चना की, उससे केदारनाथ की यात्रा का जमकर प्रचार हुआ।

टिहरी के रहने वाले सामाजिक कार्यकर्ता देवेंद्र दुमोगा का कहना है कि केंद्र सरकार ने दो साल से केदारनाथ में निर्माणाधीन ऑल वेदर रोड का जिस तरह से प्रचार किया, उससे देश-विदेश में यह संदेश गया कि अब उत्तराखंड के चारों धामों जाने में किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं है। यह सड़क पूरी न होने के कारण यहां आए तीर्थयात्रियों को भले ही परेशानी का सामना करना पड़ा, परंतु चारों धामों के दर्शन की लालसा उन्हें यहां खींच लाई।

नैनीताल के राजीव लोचन शाह का कहना है कि अशांत कश्मीर घाटी में पर्यटकों का जाना लगभग बंद हो गया है। गर्मियों की छुट्टियों में पहाड़ी इलाकों की सैर करने के लिए उत्तराखंड की ओर पर्यटकों का रुझान बढ़ा है। परंतु उत्तराखंड में उस हिसाब से ढांचागत सुविधाएं नहीं हैं। इस कारण पर्यटकों और तीर्थयात्रियों को भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है। वैसे उत्तराखंड तीर्थयात्रियों और पर्यटकों का घालमेल सा हो गया है। जिस कारण चारधाम यात्रा में कई विसंगतियां सामने आ रही हैं।

पहले तीर्थयात्री धार्मिक भावना से चारों धामों के दर्शन करने आते थे और अब पर्यटकों ने उत्तराखंड के तीर्थाटन का स्वरूप ही बिगाड़ दिया है। उत्तराखंड पर्यटन विभाग की नॉडल अधिकारी सीमा शर्मा का कहना है कि इस बार पर्यटन विभाग ने चारधाम यात्रा को लेकर सोशल मीडिया तथा अन्य माध्यमों से जमकर प्रचार किया। इस कारण भी तीर्थयात्रियों और पर्यटकों की संख्या बढ़ी है।

विधि विधान से खोले गए कपाटः उन्होंने बताया कि उत्तराखंड के चारधामों के कपाट खुलने की शुरुआत 7 मई को अक्षय तृतीया के दिन हो गई थी। उस दिन वैदिक विधि विधान के साथ गंगोत्री के कपाट खोले गए थे। अन्य तीन धामों यमुनोत्री, केदारनाथ और बदरीनाथ के कपाट 10 मई तक खुल गए थे। जबकि हेमकुंड साहिब के कपाट 1 जून को खोले गए थे।

7 मई से 10 जून तक 35 दिन में तीर्थयात्रियों की तादाद 17 लाख पार कर चुकी है। केवल 10 जून के ही दिन चारों धामों और हेमकुंड साहिब में से सबसे ज्यादा 36 हजार 27 तीर्थयात्री केदारनाथ में बाबा केदार के दर्शन के लिए पहुंचे और केदारनाथ की यात्रा शुरू होने के एक महीने बाद अब तक 5 लाख 90 हजार 200 तीर्थयात्री केदारनाथ पहुंच चुके हैं, जो अपने में एक रिकॉर्ड है।

इसी तरह बद्रीनाथ धाम में केवल 10 जून के दिन ही 24 हजार 124 तीर्थयात्रियों ने एक दिन में भगवान बद्रीश के दर्शन किए और अब तक एक महीने में 5 लाख 45 हजार 637 तीर्थयात्री बद्रीश धाम के दर्शन के लिए आ चुके हैं। चारों धामों में अब तक सबसे ज्यादा तीर्थयात्री केदारनाथ के दर्शन के लिए पहुंचे हैं। गंगोत्री के दर्शन के लिए 35 दिन में 2 लाख 88 हजार 751 तथा यमुनोत्री धाम के दर्शन के लिए 2 लाख 90 हजार 537 तीर्थयात्री पहुंच चुके हैं।

गंगोत्री में 10 जून को 7 हजार 834 तथा यमुनोत्री में 5 हजार 492 तीर्थयात्री एक दिन में दर्शन के लिए पहुंचे। उधर, हेमकुंड साहिब में एक जून से लेकर 10 जून तक दस दिन में 61 हजार 584 तीर्थयात्री दर्शन के लिए जा चुके हैं। 10 जून को एक दिन में 5 हजार 250 तीर्थयात्रियों ने हेमकुंड साहिब के दर्शन किए।

इस बार उत्तराखंड के पर्यटन विभाग ने उत्तराखंड के चारों धामों और हेमकुंड साहिब में आने वाले तीथर्यात्रियों की संख्या के आंकलन के लिए विशेषज्ञों की एक टीम तैनात कर रखी है। पर्यटन विभाग के आंकड़ों के मुताबिक पिछले साल शुरुआती 30 दिन में केदारनाथ में 4 लाख 39 हजार 473, बदरीनाथ में 4 लाख 16 हजार 697, गंगोत्री में 1 लाख 27 हजार 51 तथा यमुनोत्री में 1 लाख 27 हजार 556 तीर्थयात्री आए थे।