लंदन: बारिश के कारण एक वर्ल्ड कप 2019 में 4 दिन के अंदर तीसरा मैच रद्द होने के बाद आईसीसी के लीग चरण के मैचों के लिए रिजर्व दिन न रखने के फैसले की आलोचना हो रही है।

सोमवार को वेस्टइंडीज और दक्षिण अफ्रीका के बीच खेला गया मैच बारिश के कारण रद्द होने के बाद मंगलवार को श्रीलंका और बांग्लादेश के बीच खेला गया मैच भी बिना एक भी गेंद फेंके ही बारिश की वजह से रद्द करना पड़ा। इससे पहले 7 जून को श्रीलंका और पाकिस्तान के बीच खेला गया मैच भी बारिश की वजह से रद्द करना पड़ा था।

श्रीलंका और बांग्लादेश के बीच मैच रद्द होने के साथ ही इस वर्ल्ड कप ने एक टूर्नामेंट में बारिश की वजह से सबसे ज्यादा मैच रद्द होने का अनचाहा रिकॉर्ड बना दिया है।

आईसीसी ने लीग चरण के मैचों के लिए आरक्षित दिन न रखने की आलोचना के बाद अपने इस फैसला का बचाव किया है। आईसीसी सीईओ डेव रिचर्डसन ने अपने फैसले में कहा है, 'हर मैच के लिए रिजर्व डे रखने से टूर्नामेंट की अवधि काफी लंबी जाएगी और व्यावहारिक रूप से ऐसा करना बेहद मुश्किल होगा।'

उन्होंने कहा, 'ये पिच की तैयारी, टीम की रिकवरी, यात्रा के दिन, आवास और स्थल की उपलब्धता, टूर्नामेंट स्टाफिंग, स्वयंसेवक और अधिकारियों की उपलब्धता, प्रसारण लॉजिस्टिक्स और खासतौर पर दर्शकों की मैच के लिए यात्रा अवधि पर प्रभाव डालेगा। साथ ही इस बात की भी कोई गारंटी नहीं है कि रिजर्व डे के दिन बारिश नहीं होगी।'

रिचडर्सन ने कहा, 'ये बहुत ही बेमौसम बारिश है। पिछले कुछ दिनों के दौरान यहां जून के औसत मासिक वर्षा के दोगुने से भी ज्यादा बारिश हुई है। जून को यूके का तीसरा सबसे सूखा महीना माना जाता है। 2018 में जून में यहां सिर्फ 2 मिमी वर्षा हुई थी, लेकिन सिर्फ पिछले 24 घंटे के दौरान ही दक्षिण-पश्चिम इंग्लैंड में करीब 100 मिमी बारिश हो चुकी है।'

आईसीसी सीईओ ने कहा, 'जब कोई मैच मौसम से प्रभावित होता है, तो मैदान की टीम मैच के अधिकारियों और ग्राउंड स्टाफ के साथ मिलकर ये कोशिश करती है कि क्रिकेट खेलने के लिए बेहतर अवसर हों, फिर भले ही ओवरों की संख्या घटाकर ही मैच हो।'