नई दिल्ली: ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी एशले बार्टी ने शनिवार को फ्रेंच ओपन के महिला सिंग्ल्स का खिताब अपने नाम करते हुए अपने देश के 46 साल का इंतजार खत्म कर दिया। बार्टी ने फाइनल मुकाबले में चेक गणराज्य की 19 वर्षीय मार्केटा वोंद्रोयूसोवा को केवल 70 मिनट में 6-1, 6-3 से हराकर पहले ग्रैंड स्लैम खिताब पर कब्जा किया।

इस जीत के साथ ही एशले बार्टी महिला रैंकिंग में दूसरे नंबर पर पहुंच जाएगी। वहीं जापान की नाओमी ओसाका पहले पायदान पर बनी रहेंगी। नई रैंकिंग अगले सप्‍ताह जारी होगी। मार्गरेट कोर्ट के बाद बार्टी फ्रेंच ओपन जीतने वाली पहली ऑस्‍ट्रेलियन महिला हैं। कोर्ट ने पांच बार यह टूर्नामेंट जीता था और साल 1973 में उन्होंने फ्रेंच ओपन खिताब पर कब्जा किया था।

बार्टी पहली बार किसी ग्रैंडस्‍लैम के फाइनल में पहुंची थी। इससे पहले वह इस साल ऑस्ट्रेलियन ओपन के क्वार्टर फाइनल में हार गई थीं, जो उनका ग्रैंडस्लैम में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था। वे 2018 के विंबलडन में तीसरे जबकि यूएस ओपन में चौथे दौर तक पहुंची थीं।

टेनिस में पहला ग्रैंड स्लैम जीतने वाली एशले बार्टी एक क्रिकेटर भी रह चुकी हैं और वहां भी कई कमाल किए हैं। साल 2014 में यूएस ओपन के पहले दौर में बाहर होने के बाद बार्टी ने टेनिस से ब्रेक लेकर ऑस्ट्रेलिया की महिला बिग बैश लीग से जुड़ गई थी। दो सीजन पहले वे ‌ब्रिस्बेन हीट का हिस्सा थीं। इससे पहले, बिग बैश लीग में पदार्पण करने के दौरान पहले ही मैच में उन्होंने मेलबर्न स्टार्स के खिलाफ 27 गेंदों पर 39 रनों की पारी खेली।