कराची: पाकिस्तान को 2020 में एशिया कप की मेजबानी के अधिकार दिये गये लेकिन इसका आयोजन संयुक्त अरब अमीरात में किया जा सकता है क्योंकि अगर वह अपने देश में इसे आयोजित करता है तो राजनीतिक तनाव के चलते भारत की हिस्सेदारी पर संशय बना रहेगा। एशियाई क्रिकेट परिषद (एसीसी) ने मंगलवार को सिंगापुर में अपनी बैठक में इस टूर्नामेंट की मेजबानी पाकिस्तान को सौंपी और पूरी संभावना है कि वह इसका आयोजन तटस्थ स्थल संयुक्त अरब अमीरात में करेगा।

श्रीलंका की टीम बस पर 2009 में हुए आतंकी हमले के बाद से संयुक्त अरब अमीरात पाकिस्तान का घरेलू स्थल बन गया है। यह टूर्नामेंट ऑस्ट्रेलिया में विश्व टी20 से पहले सितंबर में आयोजित किया जायेगा। पाकिस्तान के साथ राजनीतिक तनाव के कारण भारत ने पिछले एशिया कप की मेजबानी संयुक्त अरब अमीरात में की थी।

पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) सूत्र ने कहा, 'पाकिस्तान ने सिंगापुर में एसीसी बैठक में दलों को बताया कि वे एशिया कप की मेजबानी घरेलू स्थल पर करेंगे लेकिन स्थल पर अंतिम फैसला एसीसी के अन्य सदस्यों से सलाह मशविरे के बाद और पाकिस्तान में उस समय की सुरक्षा और राजनीतिक हालात को देखते हुए किया जायेगा।'

उन्होंने कहा कि अगर पाकिस्तान में एशिया कप आयोजित करने के लिये परिस्थितियां ठीक नहीं होती हैं तो पीसीबी तटस्थ स्थल पर इसका आयोजन करेगा। सूत्रों ने कहा, 'पिछले साल बीसीसीआई ने एशिया कप की मेजबानी संयुक्त अरब अमीरात में की थी क्योंकि पाकिस्तान और भारत के बीच राजनीतिक तनाव बना हुआ था।'

जब संपर्क किया गया तो बीसीसीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, 'पाकिस्तान में खेलने का फैसला पूरी तरह से सरकार लेगी। बोर्ड पूरी तरह से केंद्र के फैसले का अनुकरण करेगा। हमारा मानना है कि जैसे हमने पिछले साल यूएई में इसकी मेजबानी की थी, पाकिस्तान को भी तटस्थ स्थल पर इसका आयोजन करना चाहिए।'

एसीसी बैठक में पीसीबी के प्रतिनिधियों ने जोर दिया कि श्रीलंका इस साल सितंबर में लाहौर और कराची में आईसीसी टेस्ट चैम्पियनशिप के दो मैच खेलने के लिये अपनी टीम पाकिस्तान में भेजे। यह भी फैसला किया गया कि अगले एशियाई खेल टी20 प्रारूप में होंगे और एसीसी एशियाई ओलंपिक परिषद को तकनीकी सहयोग मुहैया करायेगा।