नई दिल्ली: नरेंद्र मोदी की अगुवाई में केंद्र में नई सरकार गुरुवार (30 मई) को शपथ लेने जा रही है। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के मोदी मंत्रिमंडल में शामिल होने की चर्चा है। इस बीच समाचार एजेंसी आईएएनएस के हवाले से खबर आई है कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा (जे पी नड्डा) भाजपा के अगले अध्यक्ष हो सकते हैं। नड्डा को अमित शाह के साथ काम करने के अनुभव है और वो पार्टी अध्यक्ष के मानकों पर खरे उतरते हैं। अगर नड्डा भाजपा अध्यक्ष बनते हैं तो उनके कंधों पर तत्काल हरियाणा, महाराष्ट्र और झारखंड विधान सभा चुनावों में जीत दर्ज करना बड़ी जिम्मेदारी होगी। अगले साल दिल्ली में भी चुनाव है। इसके बाद जम्मू-कश्मीर में भी चुनाव लंबित है। हालिया लोकसभा चुनावों में नड्डा के कंधों पर यूपी की जिम्मेदारी थी जहां से पार्टी ने जातीय लामबंदी के बावजूद 62 सीटें जीती हैं।

जेपी नड्डा का बचपन बिहार की राजधानी पटना में बीता है। उनकी स्कूलिंग पटना के सेंट जेवियर्स स्कूल में हुई है जबकि उन्होंने बीए पटना कॉलेज से किया है। इसके बाद उन्होंने हिमाचल यूनिवर्सिटी से एलएलबी किया। ब्राह्मण समुदाय से संबंध रखने वाले नड्डा फिलहाल राज्यसभा के सांसद हैं। वह पार्टी के संसदीय बोर्ड के भी सदस्य हैं। वो 1993-98, 1998-2003 और 2007-12 तक तीन बार हिमाचल विधान सभा के सदस्य भी रह चुके हैं। हिमाचल सरकार में भी नड्डा स्वास्थ्य मंत्री रह चुके हैं। मई 2012 में वो राज्यसभा के लिए चुने गए। 2014 में केंद्र में मोदी सरकार बनने पर उन्हें स्वास्थ्य मंत्रालय का जिम्मा सौंपा गया।

दो बच्चों के पिता, 58 वर्षीय नड्डा ऑल इंडिया जूनियर स्वीमिंग चैम्पियनशिप में बिहार का प्रतिनिधित्व कर चुके है। नड्डा के पिता डॉ. नारायण लाल नड्डा पटना यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर थे। उनकी पत्नी मल्लिका नड्डा हिमाचल प्रदेश यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर हैं, जबकि उनके ससुर जबलपुर से लोकसभा सांसद रह चुके हैं। नड्डा का राजनीतिक सफर भी 1975 के जेपी मूवमेंट से हुआ है। इसके बाद नड्डा बिहार में एबीवीपी के सदस्य बन गए। 1977 में उन्होंने पटना यूनिवर्सिटी छात्र संघ का चुनाव लड़ा और सचिव बने। 1991 में नड्डा भारतीय जनता युवा मोर्चा के राष्ट्रीय महासचिव बनाए गए। इसके बाद 1993 में उन्होंने हिमाचल प्रदेश असेंबली का चुनाव लड़ा और जीतकर नेता विपक्ष बने।