रामनगर (बाराबंकी): रामनगर थाना क्षेत्र के रानीगंज गांव में सरकारी ठेके की शराब पीने से 20 लोगों की मौत हो गई। इनमें चार लोग एक ही परिवार के थे। ग्रामीणों के मुताबिक, शराब पीने के बाद कई लोगों को दिखना बंद हो गया था। जहरीली शराब पीने से 50 से ज्यादा लोगों की हालत अब भी नाजुक बनी हुई है। घटना के गंभीरता से लेते हुए आबकारी अधिकारी व सीओ-इंस्पेक्टर समेत दो दर्जन कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया है। बता दें कि इसी साल फरवरी में भी सहारनपुर और आसपास के इलाकों में जहरीली शराब ने करीब 50 लोगों की मौत हो गई थी।

सोमवार रात दो बजे एक दर्जन से अधिक मरीज सीएचसी सूरजगंज में भर्ती हुए। सभी पेट दर्द व उल्टी से पीड़ित थे। सभी मरीजों ने डाक्टरों को शराब के सेवन के बाद हालत बिगड़ने की बात कही। इसी दौरान जब तीन मरीजों की मौत होने पर इसकी सूचना जिला प्रशासन को दी गई। इसी दौरान अलग तेलवारी में एक, अकोहरा में राजेश की मौत भी शराब के सेवन से होने की खबर मिली। मौतों की संख्या बढ़ने के साथ जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया। डीएम उदयभान त्रिपाठी व एसपी अजय चौधरी मौके पर पहुंचे।

मंगलवार दोपहर तक मरने वालों की संख्या 14 पहुंच गई। इसमें छोटेलाल व उनके तीन पुत्र भी शामिल हैं। जहरीली शराब से पीकर मरने वाले दो लोगों के शवों का परिजनों ने बिना सूचना के अंतिम संस्कार भी कर दिया। मंगलवार शाम तक सीएचसी से 40 लोगों को जिला अस्पताल पहुंचाया गया। बाद में इनमें 34 मरीजों को ट्रामा सेंटर लखनऊ रेफर कर दिया गया। सीएचसी फतेहपुर व सूरतगंज में भी जहरीली शराब पीने से पीड़ित एक दर्जन से अधिक व्यक्ति भर्ती हैं।

सीएचसी सूरतगंज और फिर जिला अस्पताल आए मरीजों में अधिकांश ने बताया कि उन्होंने रानीगंज में गुमटी में चल रहे शराब के ठेके से शराब लेकर पी थी। इतना ही नहीं कई गांव में महिलाओं ने पी गई शराब की खाली बोतल दिखाते हुए उसे ठेके से खरीदना बताया। इस मामले में पुलिस ने शराब ठेकेदार बहराइज निवासी दानवीर सिंह, सेल्समैन पप्पू जायसवाल व आशीष सिंह के खिलाफ जहरीली शराब बेचने व हत्या के साथ 60 आबकारी अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस ने देर शाम सेल्समैन सुशील जायसवाल को गिरफ्तार कर लिया है।