नई दिल्ली: योग गुरु बाबा रामदेव ने जनसंख्या नियंत्रण को लेकर इस बात पर जोर दिया कि सरकार को ऐसा कानून लाना चाहिए कि तीसरा बच्चा होते ही वोट देने का अधिकार छिन जाए। साथ ही बाबा ने पूरे देश में शराब निर्माण, खरीद और बिक्री पर रोक लगाने की मांग की। रविवार (26 मई) को हरिद्वार में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए बाबा रामदेव ने कहा, “भारत की जनसंख्या अगले 50 साल में 150 करोड़ से ज्यादा नहीं होनी चाहिए क्योंकि इससे ज्यादा हम नहीं संभाल सकते हैं। यह तभी संभव होगा जब सरकार एक ऐसा नियम बनाती है कि तीसरे बच्चे वाले को वोट देने से वंचित कर दिया जाए। साथ ही उसे न तो चुनाव लड़ने और न हीं किसी तरह की सरकारी सुविधाओं का लाभ मिले।”

बाबा रामदेव ने गौ-हत्या पर पूरी तरह से रोक की भी मांग की और कहा कि यही एक तरीका है जिससे गौ-तस्कर और गौ-रक्षकों के बीच झगड़े को रोका जा सकता है। उन्होंने कहा, “गौ-हत्या पर पूरी तरह से रोक लगनी चाहिए। यही एक रास्ता है जिससे गौ-तस्कर और गौ-रक्षकों के बीच आए दिन होने वाली झड़पो को रोका जा सकता है। जो लोग मीट खाना चाहते हैं, उनके लिए कई सारे मीट के विकल्प मौजूद हैं, जिसे वे खा सकते हैं।”

उन्होंने पूरे देश में शराबबंदी की मांग की। बाबा रामदेव ने कहा, “इस्लामिक देशों में शराब पर पूरी तरह प्रतिबंध है। यदि इस्लामिक देशों में ऐसा हो सकता है तो भारत में क्यों नहीं? यह साधुओं की भूमि है। यहां पूरे भारत में शराबबंदी होनी चाहिए।”

बाबा रामदेव ने पतंजली आयुर्वेद लिमिटेड के प्रबंध निदेशक आचार्य बालाकृष्ण के बारे में भी बात की, जिन्होंने पतंजलि समूह की ओर से ‘UNSDG द्वारा स्वास्थ्य सेवा में 10 प्रभावशाली लोग अवार्ड’ प्राप्त किया। रामदेव ने इसे गर्व का क्षण बताया। उन्होंने कहा, “आचार्य बालाकृष्णा को भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए बुलाया गया था। वैश्विक स्वास्थ्य के संदर्भ में, योग, आयुर्वेद और पारंपरिक भारतीय तरीकों से बदलते जीवन शैली की वजह से हो रही बीमारियों का इलाज कैसे किया जा सकता है, इस दिशा में पतंजलि ने योगदान दिया है। इस वजह से आचार्य बलाकृष्णा को UNSDG द्वारा सम्मानिक किया गया। हमें इस पर गर्व है।”