नई दिल्ली: भोपाल संसदीय सीट से बीजेपी उम्मीदवार प्रज्ञा ठाकुर अब सांसद बन चुकी हैं। भोपाल की जनता ने उनमें भरोसा जताया और कांग्रेस के कद्दावर नेता दिग्विजय सिंह को बुरी तरह शिकस्त दी। भोपाल से चुनाव में जीत हासिल करने के बाद प्रज्ञा सिंह ने कहा कि ये यह चुनाव मोदी जी में विश्वास की जीत है। यह चुनाव उन कार्यक्रमों पर जनता की मुहर है जो मोदी सरकार के दौरान लागू की गई। लेकिन उन्होंने विवादास्पद मुद्दे नाथूराम गोडसे पर कुछ भी बोलने से बचती रहीं।

ये बात अलग है कि चुनाव में मिली हार के बाद कांग्रेस के कद्दावर नेता दिग्विजय सिंह ने निशाना साधा। उन्होंने कहा कि देश में आज महात्मा गांधी के हत्यारों वाली विचारधारा की जीत हुई है और गांधी की विचारधारा हार गई और यह उनके लिए चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस कभी भी समाज को बांटने की राजनीति में नहीं शामिल रही है। ये बात सच है कि प्रज्ञा सिंह की जीत हुई है। लेकिन मतदाताओं का एक तबका ऐसा भी है कि जिसने बीजेपी की विचारधारा को नकार दिया है।

ये बात अलग है कि उनका यह बयान विवादों के केंद्र में आ सकता है। सवाल ये है कि क्या वो उस जनमत का अपमान कर रहे हैं जिसने साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर में भरोसा जताया। ये बात अलग है कि चुनाव प्रचार के दौरान हठयोग के जरिए संसद तक पहुंचने के लिए कंप्यूटर बाबा के जरिए अनुष्ठान कराया था। ये बात अलग है कि इसे बीजेपी ने कांग्रेस का दोहरापन करार दिया था।