नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव 2019 के एग्जिट पोल्स आने के बाद से ही EVM पर राजनीतिक घमासान जारी है। जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने भी ईवीएम की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने ट्वीट किया कि ईवीएम स्विच करने की खबरें लगातार आ रही हैं, लेकिन अभी तक चुनाव आयोग की तरफ से कोई सफाई नहीं दी गई है। उन्होंने कहा कि जिस तरह एग्जिट पोल के बाद इस तरह की लहर बनाने की कोशिश हो रही है, ये एक तरह से दूसरे बालाकोट की तैयारी है।

लोकसभा चुनाव-2019 के नतीजों से पहले ईवीएम पर तकरार शुरू हो गई है। यूपी-बिहार के कई हिस्सों में विपक्ष ने ईवीएम में धांधली के प्रयास के आरोप लगाए हैं। बिहार के सारण और महाराजगंज लोकसभा क्षेत्र के स्ट्रॉन्ग रूम में जहां आरजेडी ने ईवीएम बदलने की कोशिशों का आरोप लगाया है वहीं, यूपी के मऊ में पुलिस को बसपा समर्थकों पर भीड़ हटाने के लिए लाठीचार्च करना पड़ा। ईवीएम का मुद्दा सोशल मीडिया पर भी छाया हुआ है और यह मंगलवार सुबह दूसरे नंबर पर ट्रेंड कर रहा है।

गाजीपुर में ईवीएम की रखवाली के मुद्दे पर बीती रात पुलिस और बसपा समर्थक आमने-सामने आ गये। आलम ये हुआ पुलिस को लाठीचार्च करना पड़ा जिससे अफरा-तफरी मच गई। दरअसल, ये विवाद तब शुरू हुआ जब चंदौली और गाजीपुर में ईवीएम बदलने की आशंका पर बलिया मोड़ स्थित नवीन कृषि मंडी में रखी गई लोकसभा चुनाव की ईवीएम की रखवाली करने बसपा प्रत्याशी अतुल राय के समर्थक स्ट्रॉन्ग रूम के बाहर पहुंचे।