नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव के आखिरी चरण के मतदान लिए आज शाम प्रचार अभियान थम गया। इससे पहले भारतीय जनता पार्टी की प्रेस कांफ्रेंस में पार्टी अध्यक्ष अमित शाह के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी मौजूद रहकर सबको चौंकाया। दरअसल, बीते पांच साल में बतौर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यह पहली प्रेस कांफ्रेंस थी। पत्रकारों ने साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर के नाथूराम गोडसे वाले विवादित बयान पर भी सवाल किया।

दरअसल, भोपाल से बीजेपी की लोकसभा उम्मीदवार साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने गुरुवार (16 मई) को समाचार एजेंसी एएनआई को दिए एक बयान में महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताया था। जिस पर बीजेपी नेतृत्व ने किनारा कर लिया था और प्रज्ञा पर अनुशासनात्मक कार्रवाई करने बात कही थी।

प्रेस कांफ्रेंस में भी अमित शाह ने प्रज्ञा के विवादित बयान पर आधारित सवाल पर वही बात दोहराई जो वह पहले ही कह चुके थे। शाह ने कहा कि उनकी पार्टी की अनुशासन समिति इस मामले को देख रही है और बीजेपी प्रज्ञा के बयान से असहमत है।

प्रज्ञा सिंह की उम्मीदवारी को लेकर किए गए सवाल पर अमित शाह ने कहा, ''प्रज्ञा ठाकुर की उम्मीदवारी भगवा आतंकवाद के फर्जी मामले के खिलाफ एक सत्याग्रह है। मैं कांग्रेस से पूछना चाहता हूं, कुछ लोग पहले समझौता एक्सप्रेस मामले में गिरफ्तार किए गए थे जोकि लश्कर-ए-तैयबा से संबंधित थे। भगवा आतंकवाद का एक फर्जी मामला बनाया गया था जिसमें आरोपियों को बरी कर दिया गया था।''